Today Breaking News

आधी रात सड़क पर निकले DIG को पुलिसकर्मियों ने रोक कर कहा- दिखाओ कागज, जाने फिर क्या हुआ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. देहरादून में डीआईजी अरुण मोहन जोशी सबसे तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों में गिने जाते हैं। उनकी छवि भी बड़ी ही ईमानदार पुलिस अफसर की है। वे अपनी ड्यूटी को पूरी मुस्तैदी से निभाने के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि वे पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी भी अलग-अलग तरीकों से परखते रहते हैं।

निकल गए भ्रमण पर

त्योहारी सीजन के मौके पर शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए डीआईजी अरुण मोहन बीते दिनों आधी रात शहर के भ्रमण पर निकल गए थे। इस दौरान उन्होंने सरकारी वाहन का इस्तेमाल नहीं किया। हिमाचल प्रदेश के नंबर की एक कार उन्होंने ली थी और उसी से वे निकल गए थे। उन्होंने भेज भी बदल लिया था, ताकि कोई भी पुलिसकर्मी उन्हें पहचान नहीं पाए।


पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी

सबसे पहले तो वे अपनी कार से वे राजपुर रोड स्थित डायवर्जन के पास पहुंचे थे। वहां पर पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। उन्होंने कार को रोक लिया। इसके बाद उन्होंने वाहन से संबंधित हर तरह के दस्तावेजों को अच्छी तरह से चेक किया। यही नहीं, उन्होंने चालक का मोबाइल नंबर से लेकर उसका नाम और पता आदि सब कुछ दर्ज कर लिया। फिर उन्होंने रात में घूमने की वजह भी पूछी और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही कार को आगे जाने दिया।

जब प्रिंस चौक डीआईजी की कार पहुंची तो वहां पर भी पुलिसकर्मियों ने इसी तरह की मुस्तैदी दिखाई। लगभग 15 मिनट तक चली पूछताछ के बाद पुलिसकर्मियों ने कार को आगे बढ़ने दिया।


दिए जाएंगे नगद पुरस्कार

डीआईजी सुरक्षा के प्रति पुलिसकर्मियों की इस सतर्कता को देखकर बहुत खुश हो गए। उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल जय भगवान गिरी के साथ कॉन्स्टेबल आशीष नैनवाल, विजय भास्कर हिमांशु, अनूप कुमार, नवीन कुमार, संदीप राठी और प्रदीप सिंह को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इन्हें नगद पुरस्कार दिए जाएंगे।

'