एक्शन में CM योगी: लखीमपुर खीरी में महिला से बदसलूकी मामले में सीओ और इंस्पेक्टर सस्पेंड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखीमपुर खीरी में नामांकन के दौरान गुरुवार को हुए बवाल और महिला प्रस्ताव से बदसलूकी मामले में सीएम योगी ने कड़ा रुख अपनाया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी ने सीओ मोहम्मदी और पसगवां इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार सुबह टीम-9 की बैठक में सीएम योगी ने आदेश जारी किए हैं। सीएम योगी ने कहा मामले की पूरे मामले की जांच जाएगी। इसके आदेश भी दे दिए गए हैं। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर तैनात जिम्मेदारी अधिकारियों और माहौल बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी दशा में माहौल खराब करने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।
साथ ही सीएम योगी ने अतिरिक्त पुलिस बल और सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि असलहा आदि का प्रदर्शन करने वालों के हथियार जब्त करके आवश्यक कार्रवाई भी की जाए।
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उधर दूसरी ओर महिला प्रस्ताव से बदसलूकी मामले में लखीमपुरखीरी डीएम अरविंद कुमार चौरसिया ने कहा कि शासन के आदेश के बाद जिला स्तर से मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मामले को लेकर चुनाव आयोग को भी एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई है। जांच के लिए दो लोगों को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई जारी है।
नामांकन के आखिरी दिन यूपी के कई जिलों में हुई था बवाल
ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन यूपी के कई जिलों में बवाल हुआ था। नामांकन से पहले सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट और पत्थरबाजी हुई। लखीमपुर खीरी में भी भाजपा-सपा समर्थक आपस में भिड़ गए। यहां महिला प्रस्ताव से बदसलूकी भी की गई। महिला से बदसलूकी खबर ने तूल पकड़ लिया। मामला शासन तक पहुंचा तो सीओ और इंस्पेक्टर पर गाज गिर गई।
अखिलेश यादव से मिलीं पसगवां की प्रस्ताव
लखीमपुर में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन के दौरान हुई बदसलूकी के बाद पसगवां प्रत्याशी रीतू सिंह और प्रस्तावक अनीता ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की। रीतू सिंह ने भाजपाइयों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उनके साथ एमएलसी शशांक यादव, सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष क्रांति कुमार सिंह भी थे। रीतू सिंह ने नामांकन के दौरान हुई घटना के बारे में अखिलेश यादव से विस्तार से बताया। अखिलेश यादव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है और साथ ही यह भी कहा है कि सम्मान की भरपाई की जाएगी।