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यूपी की इस बहादुर लड़की ने साथियों सहित 30 की बचाई जान, लेकिन खुद बह गईं

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजियाबाद. हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने राज्य के ही नहीं दूसरे राज्यों से आए कई परिवारों के चिराग को भी लील लिया. बारिश और बादल फटने से अब तक कई लोगों की जान चली गई है. खासकर कुल्लू और लाहौल में बारिश ने जबरदस्त तबाही मचाई है. 

आईटीबीपी, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की मदद से शवों को निकाला जा रहा है. लापता लोगों के लिए सर्च अभियान भी जारी है. बीते बुधवार को कुल्लू जिले में अचानक बादल फटने से यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली विनीता चौधरी की भी मौत हो गई. विनीता पानी के तेज बहाव में बह गई. विनीता ने टेंट में सो रहे 30 पर्यटकों की जान बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी. विनीता ने सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर तो पहुंचा दिया, लेकिन खुद पानी के तेज बहाव में बह गई. बीते 25 जून को ही विनीता गाजियाबाद से कुल्लू पहुंची थीं.


लोनी क्षेत्र के निस्तौली गांव की रहने वाली थीं विनीता

25 साल की विनीता चौधरी गाजियाबाद की लोनी क्षेत्र के निस्तौली गांव की रहने वाली थीं. कुल्लू जिले की एसपी ने विनीता के बहने की खबर पुष्टि करते हुए कहा है कि रेस्क्यू टीम अभी भी उसे तलाशने में लगी हुई है. बादल फटने से मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में कुल तीन लोग बहे हैं, जिनमें एक विनीता भी है. बाकी दो शख्स ब्रह्मगंगा के ही रहने वाले हैं.


विनीता 28 जुलाई को गाजियाबाद आने वाली थी

इधर, विनीता के बह जाने की खबर आते ही उनके परिजन कुल्लू के लिए रवाना हो गए. इधर विनीता का परिवार गाजियाबाद से कुल्लू पहुंच चुका है. विनीता अपने एक दोस्त के साथ कुल्लू जिले के पार्वती वैली में कसौल हाइट्स नाम से एक रिसॉर्ट चलाती थीं. जिस समय बादल फटा था, वह रिसॉर्ट की कैंपिंग साइट पर बतौर मैनेजर कार्यरत थीं. विनीता के परिजनों के मुताबिक, 27 जुलाई को ही विनीता ने घरवालों से बात की थी. विनीता डीएसएसबी की तैयारी कर रही थीं और 2 अगस्त को पेपर की डेट तय थी. बुधवार यानी 28 जुलाई को ही वह गाजियाबाद के निकलने वाली थी.


प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बुधवार सुबह जब विनीता अपने रिसॉर्ट में टहल रही थीं, तभी बादल फटने से ब्रह्मगंगा नाले में अचानक पानी का तेज बहाव आ गया. यह देख उन्होंने शोर मचाया. उस वक्त टेंट में 30 पर्यटक सो रहे थे. विनीता के पार्टनर अर्जुन भी ने पर्यटकों को उठाया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के प्रयास शुरू कर दिए. पर्यटकों का टेंट नाले से बिल्कुल सटा था. देखते ही देखते पानी कैंपिंग साइट टेंट को बहा ले गया और विनीता भी उसके चपेट में आ गईं.

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