ऊंट की कुर्बानी पर शासन से प्रतिबंध, मऊ जिले में कुर्बानी के लिए लाए चार ऊट पकड़े गए
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. ईद-उल-अजहा पर्व पर ऊंटों की कुर्बानी देने की परंपरा पर फिलहाल सरकार ने रोक लगा दी है। शासन के निर्देश पर शनिवार की देर शाम दक्षिणटोला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुर्बानी के लिए लाए गए चार ऊंटों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इन ऊंटों को गो-आश्रय स्थल गायघाट पर रखा गया है। ऊंटों को लेकर प्रशासनिक धरपकड़ की कार्रवाई शुरू होने से ऊंटों की कुर्बानी की तैयारी में लगे लोगों में खलबली मच गई है।
बकरीद पर्व पर बकरी, तुंबा, ऊंट की कुर्बानी दी जाती रही है। ईद-उल-अजहा पर्व से पहले कई स्थानों पर बकरियों एवं ऊंट का बाजार लगता है। ऊंची से ऊंची कीमतें अदा कर लोग कुर्बानी की परंपरा निभाने के लिए इन जानवरों को खरीदते हैं। इस बार भी बहुत से लोगों ने मिलकर कुर्बानी देने के लिए ऊंट खरीदा था, जिसे मुहल्ले के सार्वजनिक स्थानों पर बांधा-खिलाया जा रहा था। ऊंट की कुर्बानी पर शासन का रुख सख्त होते ही पुलिस अलर्ट हो गई।
नए शासनादेश के बाद पुलिस प्रशासन
मुहल्ले-मुहल्ले से खुफिया जानकारी जुटा रही है। मऊ जिला प्रशासन की ओर से निर्देश दिया गया है कि ऊंट की कुर्बानी नहीं होगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी मऊ शहर धनंजय मिश्र ने कहा कि किसी ने ऊंट कुर्बानी के लिए खरीदा हो तो वह स्वेच्छा से प्रशासन को सुपुर्द कर दे। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
गोशाला में ऊंट देख भड़क रही गाय
ढेकुलिया घाट पुल के पूरब बने गो-आश्रय स्थल में रखे गए चार ऊंटों को देख पहले से रह रही गाय भड़क रही हैं। गोशाला के कर्मचारियों को गायों को संभालना मुश्किल हो गया है। अपने बसेरे में ऊंट को देख व गायें छिटक कर भाग रही हैं। उधर, ऊंट पालने का अनुभव न होने से गोशाला के कर्मचारी भी इनका व्यवहार नहीं समझ पा रहे हैं। कर्मचारी डर रहे हैं कि ऊंट अपने मुंह से कहीं उनका सिर न पकड़ लें। चार में से एक ऊंट बार-बार जबड़ा दिखाकर कर्मचारियों को दौड़ रहा है।