बीजेपी ने मारी बाजी लेकिन इन बाहुबलियों के सामने रही बेबस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी ने 75 में से रिकॉर्ड 67 सीटों ( दो समर्थित) पर जीत दर्ज की है. यही नहीं, इस दौरान बीजेपी ने सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली, तो समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी में भी अपना दबदबा दिखाते हुए जीत हासिल की है. हालांकि वह पूर्वांचल के बाहुबली व पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जौनपुर और बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया के प्रतापगढ़ में अपनी तमाम कोशिशों के बाद भी कुछ बड़ा नहीं कर सकी.
बहरहाल, उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पूर्वांचल के बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. श्रीकला रेड्डी को 43 वोट मिले. जबकि बीजेपी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरीं निर्दलीय प्रत्याशी नीलम सिंह 28 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहीं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी की निशी यादव को 12 वोट मिले. बता दें कि श्रीकला रेड्डी यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने वाली इकलौती निर्दलीय प्रत्याशी हैं. वहीं, जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर सबकी नजर थी.
राजा भैया का 25 साल से दबदबा जारी
उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में प्रतापगढ़ के कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया के समर्थित उम्मीदवार का दबदबा एक बार फिर कायम रहा है. बीजेपी 25 साल से जारी दबदबे में सेंध नहीं लगा सकी. 1995 में पहली बार चुनावी समर उतरी राजा भैया समर्थित अमरावती ने जीत का परचम लहराया था. जिसके बाद राजा भैया के समर्थकों ने ऐसी पैठ बनायी कि 25 साल बाद भी उनके के समर्थकों का जलवा बरकरार है. वहीं, 2000 में विन्देश्वरी पटेल, तो 2005 में कमला देवी ने जीत दर्ज की.
2011 में बसपा के प्रमोद मौर्य ने राजा भैया समर्थकों के जीत के रथ को रोकते हुए जीत का परचम लहराया था, लेकिन 2016 में पुनः राजा भैया समर्थित उम्मीदवार ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना कब्जा जमा लिया. इस बार माधुरी पटेल ने जीत दर्ज करते हुए राजा भैया के दबदबे को कायम रखा. माधुरी पटेल को 40, सपा प्रत्याशी अमरावती को 6 और बीजेपी प्रत्याशी क्षमा सिंह को महज तीन वोट मिले. वैसे प्रतापगढ़ में बीजेपी के नेताओं को बड़े उलटफेर की उम्मीद थी, लेकिन राजा भैया की नीति के चलते बीजेपी न सिर्फ अध्यक्ष पद का चुनाव बुरी तरह से हारी बल्कि पहली बार जिला पंचायत फतह करने का सपना सिर्फ सपना ही रह गया.
ऐसा रहा जिला पंचायत अध्यक्ष का हाल
बीजेपी ने अकेले दम पर 75 में से 65 सीटों पर जीत हासिल की है, तो दो पर उसके समर्थित उम्मीदवारों ने कब्जा किया है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी को पांच सीटें मिली हैं. वहीं, एक पर उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने जीत दर्ज की है. इसके अलावा प्रतापगढ़ सीट पर राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल का दबदबा बरकरार रहा है. बता दें कि 2016 में सपा ने रिकॉर्ड 63 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसे बीजेपी ने तोड़ दिया है. अगर बीजेपी के हिसाब से देखें तो उसने अवध क्षेत्र में 13 में से 13, पश्चिम में 14 में से 13, ब्रज में 12 में से 11, कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में 14 में से 13, काशी में 12 में से 10 और गोरखपुर क्षेत्र में 10 में से 7 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना परचम लहराया है.