बलिया के प्रो. के.एन. सिंह बने केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार गया के कुलपति, शिक्षा जगत में खुशी की लहर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया जनपद के बर्रेबोझ गांव के निवासी उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति रहे और दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह को केंद्रीय विश्वविद्यालय साउथ बिहार, गया का कुलपति नियुक्त किया गया है। यह जानकारी होने पर उनके गांव सहित जनपद के शिक्षा जगत में खुशी की लहर है। वह प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भइया राज्य विश्वविद्यालय का भी कमान संभाल चुके हैं।
वे जिले के स्नातकोत्तर महाविद्यालय बांसडीह के प्रबंध समिति के संरक्षक रह चुके हैं। इस पर शुक्रवार को महाविद्यालय में भी मिष्ठान वितरण किया गया। प्रबंधक शंकर अग्रवाल, प्राचार्य डाॅ. राजेश कुमार श्रीवास्तव सहित सभी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रो. सिंह ने 1987 में बतौर प्रवक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया था। 2006 से वह प्रोफेसर के पद पर अपनी सेवाएं दिये।
उन्होंने एनएसएस को-आर्डिनेटर, एनसी हास्टल के वार्डेन, झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्य परिषद सदस्य के अलावा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति समेत कई पदों पर अपनी सेवाएं दी है। वह रूरल इकोडेवलेपमेंट गोरखपुर एंड एसोसिएशन आफ नार्थ इंडियन ग्राफिक जियोग्राफर्स के महासचिव भी हैं।
बंदियों व किन्नरों की शिक्षा को प्रयागराज में लिया था अहम निर्णय
प्रो. सिंह ने 14 पुस्तकें लिखी हैं। उनके मार्गदर्शन में 60 रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए हैं। इनकी उपलब्धियों के लिए पुणे की डेक्कन एसोसिएशन आफ ज्योग्राफर ने 2014 में उत्कृष्ट शिक्षक के लिए सम्मानित किया है। यहां कुलपति पद पर रहते हुए उन्होंने कई नए पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी। साथ ही छात्रहित में कई अहम निर्णय लेते हुए जेल में बंद कैदियों और किन्नरों को मुफ्त में पढ़ाई देने का अहम निर्णय भी लिया था।