पीडीडीयू जंक्शन के पास बनारस मैसूर फेस्टिवल स्पेशल से टकराई एम्बुलेंस, चालक मौके से फरार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, चंदौली. पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के हृदयपुर स्थित मानवरहित क्रासिंग पर शनिवार की देर रात एक सरकारी एम्बुलेंस 06230 बनारस मैसूर फेस्टिबल स्पेशल से टकरा गई। इससे एम्बुलेंस के परखचे उड़ गए। दुर्घटना के पूर्व चालक कूदकर एम्बुलेंस छोड़ फरार हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची आरपीएफ टीम ने भारी मसक्कत के बाद एम्बुलेंस को हटाया। लगभग आधे घंटे बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि बनारस मैसूर फेस्टिबल स्पेशल ट्रेन वाराणसी से रात 9:10 पर निकली थी। ट्रेन जैसे ही 9:23 पर हृदयपुर स्थित मानव रहित क्रासिंग पर पहुंची तभी पीडीडीयू नगर की तरफ से आ रही एम्बुलेंस ट्रेन से टकरा गई। इस दौरान चालक एम्बुलेंस छोड़कर फरार हो गया। संयोग अच्छा था कि एम्बुलेंस में कोई मरीज नहीं था। स्थानीय लोगों का कहना था कि एम्बुलेंस चालक नशे की हालत में था। दुर्घटना के बाद वह मौके पर फरार हो गया। संभावना जताई जा रही है कि एम्बुलेंस गांव की तरफ जा रही थी। दुर्घटना के बाद ट्रेन 10:10 जीवनाथपुर चुनार के लिए रवाना हो गई। इस ट्रेन का अगला स्टेशन मीरजापुर है।
फर्जी आइडी से रेलवे टिकट बनाने वाला गिरफ्तार, मची खलबली
आरपीएफ ने शनिवार को सासाराम से एक टिकट दलाल को गिरफ्तार किया। चार दिन में दो बार आरपीएफ की कार्रवाई से टिकट दलालों में खलबली मची है। छापेमारी में आरपीएफ ने 38 हजार 279 रुपये का 43 टिकट बरामद हुआ। साथ ही एक कंप्यूटर, मोबाइल जब्त कर दो यूजर आइडी बंद कराई गई।रेलवे का टिकट बनाने का धंधा करने वाले लोग आइआरसीटीसी में रजिस्ट्रेशन कराते हैं। इसके बाद आइआरसीटीसी की आइडी का प्रयोग कर व्यक्तिगत आइडी से टिकट बनाते हैं लेकिन शर्त यह होती है कि एक आइडी से एक महीने में महज छह ही टिकट बनाया जा सकता है।
बावजूद इसके अवैध रूप से टिकट बनाने वाले कई आइडी बदलते रहते हैं। इससे रेलवे को राजस्व का घाटा हो रहा है। बिहार प्रांत में यह धंधा जोरों से चल रहा है। आरपीएफ निरीक्षक पीके रावत ने अपनी टीम उपनिरीक्षक आरके राय व डीएस राणावत के साथ सासाराम के महाबीर स्थित मारिया कम्युनिकेशन दुकान पर पहुंचकर छापामारी की। यहां दुकान की जांच की गई तो 43 टिकट बरामद हुए। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह रेलवे का अवैध टिकट बनाता है। निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सासाराम, महाबीर निवासी राकेश कुमार है। जांच का भार उपनिरीक्षक डीएस राणावत को सौंपा गया। बताया अवैध तरीके से रेलवे का टिकट बनाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।