एयरटेल और वोडाफोन आइडिया बढ़ाएंगी कालिंग रेट, Airtel का 49 रुपए वाला प्लान अब बंद
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. आने वाले दिनों में ग्राहकों को मोबाइल फोन से कॉल करने के लिए ज्यादा पैसा चुकाना होगा। वोडाफोन आइडिया और एयरटेल 30% तक टैरिफ को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। पहली कड़ी में एयरटेल ने प्रीपेड ग्राहकों के लिए 49 रुपए मासिक की प्लान को खत्म कर दिया है। हालांकि नए प्लान में ग्राहकों को ज्यादा मिनट भी मिलेंगे।
एयरटेल ने कहा इंट्री लेवल की अभी की दरें खत्म
एयरटेल ने बुधवार को कहा कि वह इंट्री लेवल की इस टैरिफ को खत्म कर रहा है। अब नई टैरिफ 79 रुपए की होगी। यानी इंट्री लेवल की इस दर में 60% की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। खबर है कि दोनों टेलीकॉम कंपनियां अगले 6 महीनों में अपनी दरों में बढ़ोत्तरी कर सकती हैं। इसका सीधा असर देश के करोड़ों लोगों पर होगा, जिनको कॉल के लिए ज्यादा पैसे हर महीने चुकाने होंगे।
हर ग्राहक से कमाई बढ़ाने की योजना
दोनों टेलीकॉम कंपनियां दरें इसलिए बढ़ा रही हैं, ताकि हर ग्राहक से होने वाली उनकी कमाई बढ़ जाए। एयरटेल हर ग्राहक से 139 रुपए कमाता है जबकि वोडाफोन आइडिया 115 रुपए कमाता है। वोडाफोन आइडिया ने कुछ सर्कल में भी इसी तरह से कीमतों में बढ़ोत्तरी की है। कुछ दिनों में कंपनी इसे पूरे देश में लागू करेगी। हालांकि यह सभी कीमतें मूलरूप से प्रीपेड ग्राहकों की प्लान में बढ़ेंगी।
129 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं
देश में कुल 129 करोड़ मोबाइल फोन ग्राहक हैं। इसमें से 90% से ज्यादा ग्राहक प्रीपेड सिम का उपयोग करते हैं। दरअसल पिछले हफ्ते ही एयरटेल ने अपने पोस्टपेड ग्राहकों के प्लान में बदलाव किया था। यह रिटेल और इंटरप्राइज दोनों ग्राहकों पर लागू हुआ था। वोडाफोन आइडिया ने हाल में बिजनेस प्लस प्लान के तहत डाटा में कमी किया था। यह प्लान इंटरप्राइज ग्राहकों के लिए था।
आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं कंपनियां
एयरटेल और वोडाफोन आइडिया दोनों इस समय आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। हालांकि वोडाफोन आइडिया की हालत बहुत ही खराब है। एयरटेल ने ने 749 रुपए वाले फैमिली पोस्टपेड प्लान को 999 रुपए से रिप्लेस किया है। वोडाफोन आइडिया के कॉरपोरेट यूजर्स के लिए बिजनेस प्लस पोस्टपेड प्लान्स 299 रुपए महीना से शुरू होकर 499 रुपए महीना तक हो गए हैं।
22 हजार करोड़ रुपए चुकाने हैं
वोडाफोन को अगले साल अप्रैल तक कुल 22 हजार करोड़ रुपए चुकाने हैं। यह पैसा एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR), स्पेक्ट्रम और कर्ज के लिए देने हैं। कंपनी लंबे समय से 20 हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है, पर उसे अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है। जियो इस समय तीनों प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में कमाई के मामले में आगे है। हालांकि हर ग्राहक से कमाई उसकी 138.40 रुपए रही है।