गैंगस्टर ने प्रधानी का चुनाव जीतकर आराम से ले ली शपथ, इंस्पेक्टर-दारोगा समेत 4 लाइन हाजिर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के एक गैंगस्टर ने फरारी के दौर में आराम से जाकर प्रधान पद की शपथ ले ली। उधर, पुलिस सिर्फ उसे पकड़ने के दावे करती रह गई। इस नवनिर्वाचित प्रधान ने पूरे सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया। इस मामले में चारों तरफ से आलोचना होने पर इंस्पेक्टर और दारोगा सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गैंगस्टर संजय सिंह को फरवरी में करीब 30 हजार लीटर नकली शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसकी कीमत 50 लाख रुपए बताई गई थी। बाद में संजय सिंह को इस मामले में जमानत मिल गई। जमानत पर रहने के दौरान ही उसने पंचायत चुनाव लड़ा और मुरादाबाद के निवाड़ खास गांव से प्रधान बन गया लेकिन 10 मई को पुलिस ने संजय पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया। उसके ऊपर 20 हजार रुपए का इनाम भी रख दिया गया। पुलिस उसे तलाश कर रही थी। उधर, संजय ने आराम से जाकर ग्राम प्रधान पद की शपथ ले ली। बाद में एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थाना पुलिस ने फिर भी कुछ नहीं किया। इस बीच अपराधी के चुनाव लड़ने, जीतने और फरारी के दौर में शपथ लेने का मामला सामने आया और सवाल उठने लगे तो डीआईजी शलभ माथुर ने जांच के आदेश दे दिए।
इस मामले में पहली जांच रिपोर्ट को डीआईजी ने खारिज कर दिया और दोबारा बिजनौर के अपर पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच कराई। इस जांच रिपेार्ट के आधार पर एसएसपी पवन कुमार ने मामले में एक इंस्पेक्टर, दारोगा और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। इनमें एक महिला सिपाही भी शामिल है।
जमानत पर जेल से निकलकर लड़ा और जीता चुनाव
भगतपुर थाना क्षेत्र के निवाड़ खास गांव के शराब तस्कर संजय सिंह सात फरवरी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीत गया। हैरानी की बात यह कि शराब तस्कर के चुनाव लड़ने और जीतने की भनक तक पुलिस को नहीं लगी।