आज के दिन ही बिकरू में पुलिस वालों ने उड़ाई थी दावत, और अगले दिन...
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. 29 जून को अमर दुबे की नाबालिग संग शादी हुई थी। 30 जून को शादी की दावत थी। इसमें शातिर अपराधी और विकास के गुर्गों के अलावा पुलिस वाले भी शामिल थे। दावत में वेज और नॉनवेज वालों के लिए अलग-अलग इंतजाम था। दारू के शौकीनों के लिए बार जैसी व्यवस्था थी। अपराधियों के साथ पुलिस वालों ने भी दावत उड़ाई और अगले दिन वही विकास गले की हड्डी बन गया।
अपने खास गुर्गे और करीबी की शादी से विकास काफी उत्साहित था। अमर दुबे हमेशा बंदूक लिए विकास के साथ साए की तरह रहता था। वह कानपुर शहर के कई शादी समारोहों में बॉडीगार्ड की तरह देखा गया था। विकास के हर गलत काम में बराबर का सहभागी था। उसकी शादी में विकास ने पूरे गांव को दुल्हन की तरह सजवा दिया था। उसी के घर में पंडाल की व्यवस्था की गई थी। विकास ने इस जश्न के लिए क्रेट के क्रेट शराब मंगवाई थी। बिकरू कांड से पहले दो दिन तक गांव में जलसे का माहौल था।
नाबालिग और अमर दुबे की शादी की दावत पूरे शान-ओ-शौकत के साथ रखी गई थी। इसमें चौबेपुर थाने के दरोगा केके शर्मा समेत अन्य सिपाही और पूरे शहर से लगभग 20-25 पुलिस कर्मी शामिल हुए थे। सभी ने मुफ्त की शराब पी। कुछ तो इसमें ऐसे थे जो दो चार बोतलें अपने साथ घर ले गए। वहीं पुलिसकर्मियों के कहने पर ही विकास के घर से दूर नॉनवेज की व्यवस्था भी की गई थी, जिसका आनंद ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों ने जी भरकर उठाया। ये सब बातें बिकरू कांड की तफ्तीश में भी सामने आई थीं।
देख लेंगे जमीन कहां जा रही
30 जून को दावत पूरे दिन चली। लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। देर रात विकास दुबे के गुर्गे बाल गोविंद ने अपने और राहुल के बीच जमीन के विवाद के बारे में चर्चा की। कहा था कि वह जमीन किसी सूरत में हाथ से नहीं जानी चाहिए। विकास दुबे ने कहा था कि देख लेंगे जमीन कहां जा रही है। विकास ने तभी राहुल को गांव बुलाने का आदेश भी दिया था।