महिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा के ऊपर गिरा पंखा, मां को चोंटे आई हैं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलरामपुर. बलरामपुर जनपद में तीन दिनों से जिला महिला अस्पताल के वार्ड में लगा छत का पंखा हिल रहा था। शिकायत के बावजूद भी इस पर अस्पताल प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। आखिरकार मंगलवार को वार्ड में भर्ती जच्चा-बच्चा के ऊपर यह पंखा गिर गया। पंखा गिरने से नवजात बच्ची बाल-बाल बच गई, जबकि मां को चोंटे आई हैं। अस्पताल की सीएमएस ने लापरवाही बरतने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है।
बलरामपुर नगर पालिका वार्ड निवासी रुक्साना (27) पत्नी अब्दुल मोईद शनिवार को अस्पताल में भर्ती हुई थी। ऑपरेशन से बच्ची पैदा हुई। जिस बेड पर रक्साना भर्ती है, उसके ऊपर लगा पंखा हिल रहा था, जो मंगलवार को उसके ऊपर गिर गया। पंखा गिरने से रुक्साना की तीन दिन की बच्ची बाल-बाल बच गई, जबकि रुक्साना को चोंटे आई हैं। रुक्साना के पति अब्दुल मोईद का आरोप है कि भर्ती होने के बाद से पंखा लगातार हिल रहा था, उसके गिरने की आशंका थी। बताया कि पंखा सही कराने की शिकायत उन्होंने सीएमएस सहित अस्पताल के अन्य कर्मियों से भी की थी, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। पंखा गिरने से बड़ी अनहोनी भी हो सकती थी। अस्पताल प्रशासन की यह लापरवाही जच्चा-बच्चा पर भारी पड़ सकती थी। यही नहीं रुक्साना के पति अब्दुल मोईद ने यह भी आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के नाम पर चिकित्सक व स्टाफ नर्स ने उनसे साढ़े पांच हजार रुपए भी वसूल किए हैं।
बता दे कि जिला महिला अस्पताल पूरी तरह से अव्यवस्था का शिकार है। यहां पर आए दिन कोई न कोई घटनाएं होती रहती हैं। अस्पताल में गुणवत्ता नाम की कोई चीज नहीं है। मरीजों का खुलेआम शोषण किया जाता है। इस संदर्भ में अस्पताल की सीएमएस डा. विनीता राय का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद भी संबंधित लोगों ने पंखा क्यों नहीं ठीक कराया, इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।