बलिया जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा की प्रत्याशी बनीं सुप्रिया चौधरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. भारतीय जनता पार्टी के जीराबस्ती स्थित कार्यालय पर गुरुवार को वार्ड 48 की जिला पंचायत सदस्य सुप्रिया चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया। जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने उन्हें शामिल कराया। उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष पद का अधिकृत प्रत्याशी भी घोषित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ पं. दीनदयाल उपाध्याय व डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा का ही बने, यह हम सबका प्रयास है। मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि जो अपने रिश्तेदार का नहीं हो सकता, वह किसका होगा।
इनके ससुर कामेश्वर चौधरी को अध्यक्ष बनने से रोक दिया गया था। भाजपा उनके बहू को अध्यक्ष बनाकर सपने को साकार करेंगी। मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा इससे पूरा भाजपा परिवार प्रफुल्लित है। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का भी इस परिवार से संबंध रहा है। सिकंदरपुर के विधायक संजय यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा को पूरा किया जाएगा। जिला पंचायत सदस्य विजय यादव भी भाजपा में शामिल हुए। विधायक धनंजय कन्नौजिया ने कहा कि पार्टी को बहुत मजबूती मिलेगी। इस अवसर पर जिला प्रभारी विनोद राय, केतकी सिंह, विजय बहादुर सिंह, शिवदयाल चौधरी, अमिताभ उपाध्याय, अरुण सिंह बन्टू, अशोक यादव, प्रताप सिंह, पंकज सिंह, कामेश्वर चौधरी आदि मौजूद थे। संचालन जिला महामंत्री प्रदीप सिंह ने किया।
भाजपा प्रत्याशी ने खरीदा पर्चा
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी सुप्रिया यादव ने कलेक्ट्रेट में नामांकन पत्र खरीदा। उन्होंने दो सेट में पर्चा लिया। पहले दिन सपा प्रत्याशी आनंद चाैधरी ने पर्चा खरीदा था।
जिपं अध्यक्ष को टकराएंगे रिश्ते, सपा के सामने भाजपा के धुरंधर
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव अब रोचक होता दिख रहा है। सपा से आनंद चौधरी को भाजपा प्रत्याशी सुप्रिया टक्कर देंगी। इसके लिए अब मैदान तैयार हो गया है। यह दोनों एक दूसरे के रिश्तेदार में हैं। आनंद के रिश्ते में सुप्रिया भाभी लगेंगीं। ऐसे में मुकाबला अपनों से ही होगा। इधर तीन दिनों से बदलते राजनीतिक घटना क्रम ने जिला पंचायत की सियासत में गरमाहट ला दी है। चुनाव परिणाम आने के बाद ही पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के बेटे आनंद ने ताल ठोक दी थी। वे बसपा से जिला पंचायत सदस्य बने थे। वह सपा के प्रत्याशी बन गए। इसके बाद राजनीतिक घटना क्रम पल-पल बदलने लगा। रिश्ते की खटास पर शिव दायल चौधरी ने भी मैदान में उतरने का एलान कर दिया। इनकी पत्नी सुप्रिया सुभासपा से सदस्य बनी थीं। इसके बाद इन्होंने भाजपा की सदस्या ले ली है। इधर बसपा भी अंबिका चौधरी के फैसले से नाराज हो गई।