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Ghazipur: ब्लाक प्रमुख चुनाव को लेकर दो गुट में बंटी सपा, राहुल को मिला टिकट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीडीसी, ग्रामप्रधान व जिला पंचायत सदस्य का चुनाव खत्म होने के बाद सबकी निगाहें जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव पर टिकी हैं। अब तक चुनाव तिथि की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन स्थानीय ब्लाक में प्रमुख पद के लिए अब तक दो संभावित उम्मीदवार चुनाव मैदान में आए हैं। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे स्व रामकरन दादा के पौत्र आशीष उर्फ राहुल यादव को समाजवादी पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। फिलहाल निर्दल उम्मीदवार के रूप में हीरा यादव तैयारी कर रहे हैं। सपा से राहुल को टिकट मिलने के बाद समाजवादी पार्टी जिले में दो गुट में बंटी नजर आ रही है।

रामकरन दादा के पौत्र व पूर्व एमएलसी डा विजय यादव के पुत्र राहुल यादव ने लंदन से पढ़ाई की है और अब राजनीति में कदम रखा है। पार्टी के प्रति दादा व उनके पुत्र पूर्व एमएलसी के समर्पण को देखते हुए सपा ने राहुल पर दांव लगाया है। राहुल को टिकट मिलने के बाद जिले से लगायत स्थानीय स्तर के सपा नेता दो गुटों में बंट गए हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार सपा से जुड़े जिले के कुछ पूर्व जनप्रतिनिधि के अलावा सपा के स्थानीय स्तर के कुछ नेता निर्दल उम्मीदवार हीरा यादव के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। स्थानीय विधायक सुभाष पासी भी निराश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में सैदपुर ब्लाक प्रमुख पद का पार्टी उम्मीदवार बगैर मुझसे सलाह लिए घोषित कर दिया गया है।


विधायक यह भी बोले कि दोनों संभावित प्रत्याशी सपा से जुड़े हैं ऐसे में दोनों को बैठाकर समझाकर ब्लाक प्रमुख पद पर सपा का निर्विरोध कब्जा हो सकता है जिससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। यह भी कहा कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर इस मुद्दे पर बात करेंगे। इधर, पूर्व एमएलसी डा. विजय यादव का कहना है कि मेरे पिता ने अपना पूरा जीवन समाजवादी पार्टी के लिए समर्पित कर दिया। हम लोगों को भी उन्हें यही सिखाया है और हम भी वही कर रहे हैं। बाबू जी ने न जाने कितने लोगों को एमएलसी, विधायक व सांसद बनाने में अहम भूमिका निभाई है। आज पार्टी से जुड़े जिले के कुछ पूर्व जनप्रतिनिधि व स्थानीय स्तर के कुछ नेता ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव में मेरे पुत्र के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि दो-चार दिन के भीतर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर सारी बात बताऊंगा।


यदुवंशी प्रत्याशियों के लिए क्षत्रिय नेताओं ने लगाई प्रतिष्ठा

ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव में दोनों प्रत्याशी करीब एक माह से पूरी तरह से जुट गए हैं। कोई 90 बीडीसी तो 80 बीडीसी के पक्ष में होने की बात कर रहा है। अब तक चुनाव तिथि की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यदुवंशी प्रत्याशियों को जिताने के लिए क्षत्रिय नेताओं ने अपनी प्रतिष्ठा लगाई है। यह देखकर लगता है कि इस बार सैदपुर ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव काफी रोमांचक होगा।


पिछली बार अंजू देवी बनी थी निर्विरोध ब्लाक प्रमुख

पिछली बार प्रमुख पद अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित था। उस समय में भी गुटबाजी हुई थी और अनुसूचित जाति के दो प्रत्याशियों ने सपा के झंडा लेकर प्रचार शुरू किया था। नगर स्थित सपा कार्यालय पर दोनों प्रत्याशियों को बीच बड़े नेताओं ने समझौता कराया था और अंजू देवी निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनीं थीं।

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