मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस के चालक थे गाजीपुर के सलीम और सुरेंद्र, 10 लोग नामजद
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/बबाराबंकी. विधायक मुख्तार अंसारी की बहुचर्चित एंबुलेंस को उसके गृह जनपद के ही दो चालक चलाते थे। यही नहीं उसके साथ लगातार चलने वाला युवक भी गाजीपुर का उसका विश्वासपात्र अफरोज था। पुलिस ने अब इन तीनों लोगों को भी एंबुलेंस प्रकरण में दर्ज मुकदमे में आरोपित बनाया है। मुजाहिद व शाहिद के साथ ही अब पुलिस को इनकी भी तलाश है। मुकदमे में अब तक मुख्तार सहित कुल दस लोगों के नाम शामिल हो चुके हैं।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वर्ष 2013 में पंजीकृत कराई गई मुख्तार की एंबुलेंस का राजफाश होने पर कोतवाली नगर में दो अप्रैल को मुकदमा कराया गया था। पहले इसमें केवल मऊ की एक हास्पिटल संचालिका डा. अलका राय को नामजद किया गया था। विवेचना के दौरान पुलिस ने डा. अलका के सहयोगी मऊ के ही डा. शेषनाथ राय सहित राजनाथ यादव, आनंद यादव के साथ-साथ मुख्तार अंसारी, उसके विधायक प्रतिनिधि मो. सैयद मुजाहिद, मो. जाफरी उर्फ शाहिद को भी जलसाजी, साजिश व धमकाने आदि की धाराओं में आरोपित बनाया। पुलिस ने अलका, शेषनाथ, राजनाथ, आनंद, को जेल भेज चुकी हैं, जबकि मुख्तार बांदा जेल में निरुद्ध है। आरोपितों के बयान के आधार पर पुलिस ने मुख्तार की एंबुलेंस को चलाने वाले चालक और उसमें हमेशा मुख्तार के साथ चलने वाले तीन लोगों को भी आरोपित बनाया है।
गाजीपुर जिले के महमूदाबाद थाना के यूसुफपुर में रहने वाले मुख्तार ने अपने गृह जनपद गाजीपुर के तीन लोगों को एंबुलेंस में अपने साथ रखता था। इसमें मंगल बाजार गाजीपुर के रहने दो चालक सलीम ओर सुरेंद्र शर्मा थे। यह दोनों बारी-बारी डयूटी पर रहते थे, कुछ समय के लिए एक पंजाब में रुकता था दूसरा घर चला जाता था। वहीं, पेशी पर आने-जाने के दौरान एंबुलेंस में मुख्तार के साथ लगातार गाजीपुर का ही अफरोज खान रहता था। बताया जाता है कि यह मुख्तार का बहुत विश्वास पात्र गुर्गा है। इन तीनों का नाम शामिल करने के बाद इस मुकदमे में अब दस लोग आरोपित हो चुके हैं।