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Ghazipur: पूरे सम्मान के साथ हुआ सैनिक का अंतिम संस्कार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. असम में सड़क हादसे में मृत वृंदावन निवासी सेना के जवान अभिषेक यादव का पार्थिव शरीर शुक्रवार को करीब 12 बजे उनके पैतृक आवास पहुंचा। सैदपुर जौहरगंज घाट पर पिता रामजन्म यादव ने चिता को मुखाग्नि दी।

अंतिम दर्शन करने वाले और श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस और सेना के जवानों के नियंत्रण से बाहर हो गई। इस बीच जखनियां के उपजिलाधिकारी सूरज यादव, तहसीलदार अजीत कुमार, नायब तहसीलदार जयप्रकाश, सीओ भुडकुड़ा गौरव सहित सेना के अधिकारी ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी। इसके बाद शहीद जवान का शव अंतिम संस्कार के लिए सैदपुर के जौहरगंज घाट ले जाया गया जहां लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। मां समावती शव से लिपटकर रो रही थीं। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस मौके पर सादात, सैदपुर, बहरियाबाद, दुल्लहपुर, शादियाबाद, भुडकुड़ा थाने की फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगी रही।


सहायता की लगाई गुहार

फौजी अभिषेक के भाई हरिकेश यादव सहित स्वजनों ने उपजिलाधिकारी सूरज कुमार यादव से मुलाकात कर शासन स्तर से सहायता की मांग की। हरिकेश ने उपजिलाधिकारी को बताया कि घर का खर्च चलाने वाला एकमात्र सदस्य अभिषेक था। उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि शासन की तरफ से जो कुछ होगा वह अवश्य ही दिलवाया जाएगा।


अस्पताल बनवाने की मांग

वृदांवन गांव व हुरमुजपुर हाल्ट निवासियों ने शोक सभा करते हुए शासन से मांग की कि फौजी अभिषेक को बलिदानी का दर्जा देते हुए एक गांव में अस्पताल, उनके घर तक जाने वाले मार्ग का पक्का निर्माण कर उनके नाम पर नामकरण करने के साथ ही घर के एक व्यक्ति को नौकरी, एक पेट्रोल पंप सहित उनके नाम पर पार्क बनाया जाए। प्रधान प्रतिनिधि रमेश यादव, जयप्रकाश यादव, चंद्रप्रकाश चौबे, विनोद सिंह आदि रहे।


पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने के साथ ही नगर के रघुवंश चौराहा, मजुई चौराहा, हुरमुजपुर गांव, बहादुरपुर तिराहा, मझौली गांव सहित अन्य गांवों के सैकड़ों लोगों ने जगह जगह पुष्प अर्पित किया। कई जगहों पर पुष्प वर्ष भी की गई। पार्थिव शरीर को लेकर साथ आए साथी हवलदार राजेंद्र ने बताया कि अभिषेक आर्डिनेंस में कार्यरत थे। वह असम के बीसामारी में तैनात थे। कुछ दिनों से वह सैन्य ड्यूटी में अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ियों पर गए थे। अंतिम संस्कार के लिए सेना द्वारा 13 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई थी।

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