Ghazipur: जिले में माेरंग के अवैध कारोबारियोंं को छूट, पुलिस की संरक्षण में फल-फूल रहा बालू का कारोबार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. स्थानीय और जमानियां पुलिस की संरक्षण में माेरंग का अवैध कारोबार काफी तेजी से फल-फूल रहा है। यही कारण है कि इनको ना तो कोरोना कर्फ्यू का डर है और ना ही प्रशासन का। रात होते ही जमानियां से पक्का पुल होते हुए माेरंग लदे बोगा का धड़ल्ले से आवागमन शुरू हो जाता है। जबकि आम लोगों के लिए सभी पर प्रतिबंध है।
जमानियां-धरम्मरपुर पुल पर शुक्रवार को जब लाल बालू लदा बोगा एप्रोच मार्ग से टकराकर फंस गया, तो जमानियां और करंडा पुलिस की कलई खुल गई। बालू माफिया पुलिस के संरक्षण में रात के समय अवैध बालू का कारोबार कर फल-फूल रहे हैं। एक तरफ बोगा जहां रात के समय इस पुल से धड़ल्ले से बालू ढोते हैं, वहीं दूसरी तरफ वैध तरीके से यदि ग्रामीण 90 फीट लाल बालू जमानियां से करंडा क्षेत्र की तरफ लाना चाहे तो पुलिस उसे नहीं लाने देती। यही कारण है कि बालू का रेट आसमान पर पहुंच गया है, जो बालू जमानियां में 50-55 रुपये है वही करंडा आकर 80 रुपये प्रति वर्ग फीट रेट हो जाता है।
ग्रामीणों में आक्रोश
करंडा के सेनापुर निवासी रामनिवास चौधरी ने बताया कि यदि जमानियां की तरफ से हम 90 फीट लाल बालू खरीदकर ट्रैक्टर से लाते तो हमें महंगा बालू नहीं खरीदना पड़ता। गोसंदेपुर के विनीत सिंह ने बताया कि पुल से अवैध बालू संचालन रोकने का सबसे कारगर तरीका है कि आम लोगों का वैध तरीके से बालू संचालन होने दिया जाए। उसे पुलिस प्रशासन न रोके। प्रशासन से मांग किया कि रात पर बालू ढोने का काम बंद करा दें। चेताया कि अगर प्रशासन शीघ्र कोई निर्णय लेगा तो हम आंदोलन करने को भी विवश होंगे।
बोले पुलिस अधिकारी - धरम्मरपुर चट्टी के पास पिकेट लगाया गया है। यहां से अब कोई बोगा पास नहीं होगा। - अजय कुमार पांडेय, थानाध्यक्ष करंडा।