गाजीपुर जिले में मिनी बंदरगाह के निर्माण में आई तेजी, IWAI उपाध्यक्ष ने किया निरीक्षण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा द्वारा डूंगरपुर व जल्लापुर में प्रस्तावित बंदरगाह की परियोजना अब मूर्त रूप लेने लगी है। केंद्रीय अंर्तदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडल्यूएआई) के उपाध्यक्ष जयंत सिंह अपनी टीम के साथ शनिवार को जल्लापुर पहुंचे और निर्माण स्थल का जायजा लिया। इस दौरान वहां पर गंगा का किनारा, आसपास का इलाका और गंगा तक पहुंचने तक के मार्ग आदि का भी निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों से बात की और बंदरगाह के अलावा और संभावनाओं का आंकलन किया।
वाराणसी से कोलकाता तक गंगा में जल परिवहन की व्यवस्था सुदृढ़ बनाई जाएगी। इसके लिए गाजीपुर में मिनी बंदरगाह बनाया जाएगा। मिनी बंदरगाह के निर्माण पर 131 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस बंदरगाह का व्यवसायिक लाभ गाजीपुर को भी मिलेगा। यहां के व्यवसायियों को वाराणसी, कोलकाता से माल मंगाने या भेजने की सुविधा मिलेगी।
पहले यह मिनी बंदरगाह नगर में स्थित ओपीएम फैक्ट्री के पास गंगा किनारे साई मंदिर के पास प्रस्तावित था लेकिन उसके लिए पर्याप्त जमीन न मिलने के कारण केंद्रीय अंर्तदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने इसकी जगह डूंगरपुर व जल्लापुर में गंगा के किनारे जमीन चिह्नित की। इसके लिए आठ हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जानी है। इसमें से अब तक 60 फीसद अधिग्रहित की जा चुकी है और संबंधित किसानों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा भी दे दिया जा रहा है। शेष 40 फीसद भूमि को भी अधिग्रहित करने का काम चल रहा है।
बोले अधिकारी : मिनी बंदरगाह के लिए अधिग्रहित की जाने वाली भूमि का हमने निरीक्षण किया। आधी से अधिक जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है, शेष की जा रही है। यहां बंदरगाह के अलावा और फैक्ट्री भी लगाई जाएंगी। उसकी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। - जयंत सिंह, उपाध्यक्ष-आइडल्यूएआई।