विंध्याचल पहुंचे राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र बोले - 'मां ने बुलाया तो मैं चला आया'
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को विंध्यधाम पहुंचकर पत्नी सत्यवती मिश्रा व पुत्र अमित मिश्र के साथ मां के दर पर मत्था टेका। मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया और परिवार व देश के खुशहाली की कामना की। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र वाराणसी के दानगंज में शनिवार को एक आयोजन में भी शामिल होंगे। इसके लिए शुक्रवार को दिन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
वाराणसी में दिव्यांग थैरेपी सेंटर का करेंगे भूमि पूजन : दानगंज विकास खंड चोलापुर क्षेत्र के जरियारी ग्राम में वाराणसी के चिकित्सक डॉ. विद्यासागर पांडेय की पहल पर निजी संस्था के सहयोग से दिव्यांगों के शिक्षा, खेलकूद, फिजियो थैरेपी समेत सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से दिव्यांग थैरेपी सेंटर का शुभारंभ किए जाने के तहत राजस्थान के राज्यपबोले, मां ने बुलाया और मैं दर्शन के लिए चला आया। विंध्य कारिडोर के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। कहा कि इसके लिए वह उनको साधुवाद देते हैं। विंध्य कारिडोर से प्रत्येक दर्शनार्थी को काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने यहां के लोगों की सलाह के बाद जो निर्णय लिया, वह स्वागत योग्य है। इससे विंध्य क्षेत्र का विकास होगा। कुछ देर बाद राज्यपाल वाराणसी के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल करीब दो घंटे तक विंध्यधाम रहे। नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने दर्शन-पूजन कराया। उनके साथ राज्यसभा सांसद रामसकल, मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्या, पद्माकर मिश्र, नपा अध्यक्ष मनोज जायसवाल आदि रहे। दर्शन-पूजन के बाद गर्भगृह से निकलते समय निकास द्वार पर श्रीविंध्य पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने चुनरी व मां विंध्यवासिनी का प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। थानाध्यक्ष विंध्याचल शेषधर पांडेय व महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह के साथ ही पुलिस बल राज्यपाल के सुरक्षा में जुटी रही।
कलराज मिश्र शनिवार प्रातः 11:45 पर उक्त ग्राम में भूमि पूजन कर थैरेपी सेंटर निर्माण का शुभारंभ करेंगे। संजीवनी थैरेपी सेंटर के नाम से बनने वाले उक्त सेंटर के केयरटेकर डॉ. केके चौबे ने बताया कि लगभग सवा बीघे के परिसर में बनने वाले उक्त थैरेपी सेंटर का भवन 5000 स्क्वायर फीट में तीन मंजिला होगा। उक्त तीन मंजिले भवन में दिव्यांग बच्चों का विद्यालय, रहने के लिए उत्तम व्यवस्था, खेलकूद, भोजन थेरेपी समेत सर्वांगीण विकास की व्यवस्था संजीवनी थैरेपी सेंटर में होगी। राज्यपाल के आगमन को लेकर शुक्रवार शाम से ही उक्त स्थल पर स्थानीय पुलिस एलआईयू विभाग से लेकर संबंधित संस्था के कर्मचारीगण व्यवस्था चाक-चौबंद करने में जुटे रहे।
मिर्जापुर में मां के दरबार में लगाई हाजिरी : राज्यपाल वाराणसी से सड़क मार्ग से शाम चार बजे पुरानी वीआइपी रोड पहुंचे, जहां मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी अजय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया। इसके बाद राज्यपाल प्रसाद लेकर सीधे गर्भगृह पहुंचे और मां विंध्यवासिनी का विधिवत दर्शन-पूजन किया। इसके बाद मंदिर परिसर पर विराजमान समस्त देवी-देवताओं के समक्ष शीश नवाया और मंदिर की परिक्रमा भी की। इसके बाद मंदिर की सीढ़ियों से नीचे उतरते वक्त राज्यपाल सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर काे निहारते दिखे। इसी बीच मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह हर नवरात्र में मां का दर्शन करने आते हैं, लेकिन इधर करीब सवा साल से कोरोना के कारण वह नहीं आ सके। अब मां को लगा कि यह उचित समय है।
बोले, मां ने बुलाया और मैं दर्शन के लिए चला आया। विंध्य कारिडोर के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की। कहा कि इसके लिए वह उनको साधुवाद देते हैं। विंध्य कारिडोर से प्रत्येक दर्शनार्थी को काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने यहां के लोगों की सलाह के बाद जो निर्णय लिया, वह स्वागत योग्य है। इससे विंध्य क्षेत्र का विकास होगा। कुछ देर बाद राज्यपाल वाराणसी के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल करीब दो घंटे तक विंध्यधाम रहे। नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने दर्शन-पूजन कराया। उनके साथ राज्यसभा सांसद रामसकल, मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्या, पद्माकर मिश्र, नपा अध्यक्ष मनोज जायसवाल आदि रहे। दर्शन-पूजन के बाद गर्भगृह से निकलते समय निकास द्वार पर श्रीविंध्य पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने चुनरी व मां विंध्यवासिनी का प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। थानाध्यक्ष विंध्याचल शेषधर पांडेय व महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह के साथ ही पुलिस बल राज्यपाल के सुरक्षा में जुटी रही।