बीजेपी, कांग्रेस, सपा सब एक ही थैली की चट्टे-बट्टे, BJP बाबा साहेब के नाम पर कर रहे नाटकबाजी - मायावती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज मंगलवार को अपना 5 दिवसीय यूपी दौरा खत्म करके दिल्ली वापस लौटेंगे. वह आज लखनऊ से शाम साढ़े 4 बजे सेना के विशेष विमान के जरिए दिल्ली वापस रवाना होंगे. दौरे के अंतिम दिन राष्ट्रपति कोविंद ने लखनऊ में वर्चुअल तरीके से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर कल्चरल सेंटर का शिलान्यास किया. इस मौके पर लोकभवन में मुख्यमंत्री समेत पूरी यूपी सरकार मौजूद रही. वहीं बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शिलान्यास को नाटकबाजी करार दे दिया है.
मायावती ने लगातार 4 ट्वीट करते हुए पूरे मामले पर बीजेपी द्वारा राजनीति करने का आरोप लगाया. मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यूपी सरकार अगर ये काम चुनावों से पहले कर लेती तो राष्ट्रपति जी आज इस केंद्र का शिलान्यास नहीं बल्कि उद्घाटन कर रहे होते. दलितों के लिए इस तरह के मामले कोरी नाटकबाजी हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी हो, कांग्रेस या फिर सपा कोई किसी से नाटकबाजी में कम नहीं है.
बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट
१. बाबा साहेब डॉ . भीमराव अम्बेडकर व उनके करोड़ों शोषित-पीड़ित अनुयाइयों का सत्ता के लगभग पूरे समय उपेक्षा व उत्पीड़न करते रहने के बाद अब विधानसभा चुनाव के नजदीक यूपी भाजपा सरकार द्वारा बाबा साहेब के नाम पर ’सांस्कृतिक केन्द्र’ का शिलान्यास करना यह सब नाटकबाजी नहीं तो और क्या है?
२. बीएसपी परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के नाम पर कोई केन्द्र आदि बनाने के खिलाफ नहीं है, परन्तु अब चुनावी स्वार्थ के लिए यह सब करना घोर छलावा. यूपी सरकार अगर यह काम पहले कर लेती तो मा. राष्ट्रपति जी आज इस केन्द्र का शिलान्यास नहीं बल्कि उद्घाटन कर रहे होते तो यह बेहतर होता.
बसपा सुप्रीमो मायावती के 4 ट्वीट
३. वैसे इस प्रकार के छलावे व नाटकबाजी के मामले में चाहे बीजेपी की सरकार हो या सपा अथवा कांग्रेस आदि, कोई किसी से कम नहीं. बल्कि दलितों व पिछड़ों आदि का हक मारने व उन पर अन्याय-अत्याचार आदि के मामले में वे एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं, जो सर्वविदित है तथा यह अति दुःखद.
४. इसी का परिणाम है कि दलित व पिछड़ों के लिए आरक्षित लाखों सरकारी पद अभी भी खाली पड़े हैं तथा इनके संतों, गुरुओं व महापुरुषों के नाम पर यूपी में बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित विश्वस्तरीय भव्य स्थलों व पार्कों आदि की घोर उपेक्षा पिछले सपा शासनकाल से ही लगातार जारी है जो अति-निन्दनीय.