CM योगी के बाद अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद से मिले अमित शाह, जानें सहयोगी दलों ने क्या रखी डिमांड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. यूपी के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है। भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं ने यूपी के मिशन-2022 को अपने हाथों में ले लिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही अद (एस) की अध्यक्ष सांसद अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद से चुनाव के नजरिए से उत्तर प्रदेश की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की। दोनों नेताओं ने अपने-अपने समाज की यूपी में की जा रही अनदेखी का मुद्दा उठाने के साथ ही जिला पंचायत चुनावों में अनदेखी की बात सामने रखी है।
दिल्ली में अमित शाह ने सीएम और सहयोगी दलों से अलग-अलग बैठकें की
दिल्ली में यूपी के नेताओं से एक-एक कर बातचीत के दौरान अमित शाह ने इन नेताओं से कुछ और फीडबैक मांगे हैं, जिस पर 10 दिनों बाद इन सभी के साथ वह फिर से बैठेंगे। सूत्रों ने बताया कि चर्चा के केंद्र में सिर्फ और सिर्फ चुनाव को देखते हुए जनता के नजरिये को समझना रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा के दौरान ही शाम करीब 5.15 बजे अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के पास पहुंच गई थीं। चार-पांच मिनट तक शाह के सामने मुख्यमंत्री और अनुप्रिया पटेल दोनों एक साथ रहे, इसके बाद मुख्यमंत्री वहां से निकल गए।
यूपी में पिछड़ों के मुद्दों को अनुप्रिया ने शाह के सामने रखा
मुख्यमंत्री के जाने के बाद अनुप्रिया पटेल से अमित शाह ने करीब 40 मिनट तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सूत्र बताते हैं कि चर्चा के दौरान अनुप्रिया में राज्य में पिछड़े वर्ग से जुड़े कई मुद्दों को अमित शाह के सामने रखा। विधानसभा चुनाव प्रबंधन कैसा होना चाहिए इस पर खास चर्चा हुई। बैठक के दौरान राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार जैसे किसी मुद्दे को नहीं छुआ गया। बताया जाता है कि 10 दिनों बाद अमित शाह जब दूसरी बार इन नेताओं से मिलेंगे उस समय मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई ठोस चर्चा हो सकती है।
यूपी भाजपा ने की निषादों की अनदेखी
निषाद पार्टी के डा. संजय निषाद ने कहा कि वह दोपहर 12.30 बजे अमित शाह से मिले। उन्होंने पार्टी की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया। संजय ने कहा कि उन्होंने भाजपा द्वारा वादा खिलाफी किए जाने की बात रखी। कहा कि पार्टी ने निषादों समेत 14 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस बारे में खुद मुख्यमंत्री भाषण में कह भी चुके हैं। उन्होंने निषादों को तालाबों-पोखरों में पट्टे में 10 लाख रुपये फीस लिए जाने के मुद्दे को उठाया और उन्हें निषाद समाज की समस्याओं की जानकारी दी।
अमित शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह अफसरों के साथ बैठकर इस पर मंथन करेंगे और जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इससे पहले संजय निषाद ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और भाजपा एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा से भी मुलाकात की। इस दौरान संजय निषाद ने उन्हें यूपी मंत्रिमंडल में समायोजन की बात भी याद दिलाई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात का वक्त मांगा है। उनकी शुक्रवार की सुबह दोबारा अमित शाह से मुलाकात तय है।