सतर्क हो जाएं: सांस लेने में हो रही है परेशानी, यानी फेफड़ों में पहुंचा है संक्रमण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. अगर इन तीन में से कुछ भी आपके साथ हो रही है तो यह आपके फेफड़े हो सकते हैं,जो आपको चेता रहे हैं कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करके इजाज शुरू कर देना चाहिए।
- क्या आपको को सांस लेते समय अपने सीने में हल्का या तीखा दर्द महसूस हो रहा है?
- क्या सूखी खांसी है और खांसते समय सीने में दर्द महसूस होता है?
- और क्या सीने के निचले हिस्से में दर्द या फेफेड़ों में सूजन महसूस हो रही है?
देश के विभिन्न चिकित्सालयों में आ रहे लाखों कोरोना संक्रमितों की जांच के आधार पर चिकित्सकों ने यह तीन लक्षण पहचाने हैं, जहां फेफड़े खुद बता रहे हैं कि उन तक संक्रमण पहुंच चुका है।
खतरे की बात यह है भी है कि अधिकतर मामलों मं लक्षण सामने आने तक 20 से 25 फीसदी तक फेफड़े संक्रमित हो चुके होते हैं। दरअसल, कोरोना वायरस का नया रूप सीधे फेफड़ों को संक्रमित करने लगा है। इसकी वजह से सांस लेने मे दिक्कत हो रही है। अगर मरीज की उम्र ज्यादा है उसे हृदय रोग, कैंसर या डायबिटीज है तो यह लक्षण गंभीर अवस्था में मिल रहे हैं।
फेफड़ों पर इसलिए संकट
वायरस का यह नया रूप हमारे शरीर के श्वसन मार्ग में तेजी से फैलता है। 80 फीसदी में यह लक्षण हल्के या मध्यम श्रेणी के हैं। सामान्य संक्रमण निमोनिया और फेफड़ों के गहन संक्रमण बदल जाता है जिससे फेफड़े में सूजन आ जाती है और यह संकेत है कि वे कोरोना से लड़ रहे हैं। एक हिस्से में हुआ संक्रमण धीरे-धीरे और मरीज अगर कमजोर हुआ तो तेजी से समस्त फेफड़ों को संक्रमित कर सकता है।
परिणाम यह होता है
संक्रमण से मरीज के निमोनिया, सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत, फेफड़ों का कॉलेप्स कर जाना और कुछ मामलों में मौत हो सकते हैं। निमोनिया के दौरान फेफड़ों में पानी भरने लगता है उससे आई सूजन सांस लेने में दिक्कत और तेज खांसी की वजह बनती है, ऑक्सीजन लेवल घटने लगता है। इस मरीजों को ऑक्सीजन न मिले तो उनकी मौत हो सकती है।
अधिकतर मरीज ठीक हो रहे हैं
एक राहत की बात यह है कि इस निमोनिया से अधिकतर मरीज ठीक हो रहे हैं। उनके फेफड़ों पर लंबे समय के लिए नुकसान भी नहीं हो रहा है। हालांकि कुछ मामलों में सांस लेने में दिक्तत लंबे समय तक बनी रह सकती है।
मजबूत बनाएं फेफड़े
- एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति रोजाना 30 से 60 मिनट तक ऐसे शारीरिक व्यायाम करे जिसमें उसे हांफना पड़े।
- वैज्ञानिकों के अनुसार इससे फेफड़ों की कार्यप्रणाली बेहतर होती है,वे ज्यादा ऑक्सीजन ग्रहण करके शरीर को पहुंचाने हैं।
- इन व्यायाम में दौड़ना, साइकिल चलाना, तैराकी आदि प्रमुख हैं।
- गहरी सास लेने की प्रैक्टिस करें जिससे फेफड़े ज्यादा खुलते हैं, उनकी कार्य क्षमता बेहतर होती है।
- इससे भी शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
- फेफड़ों की सेहत सुधारने के लिए केले, सेब, टमाटर, अंगूर आदि का सेवन करें, जिनमें प्राकृतिक एंटी ऑक्सिडेंट होते हैं, यह फेंफड़े की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।