पंचायत चुनाव की मतगणना पर संकट, शिक्षक व कर्मचारी करेंगे बहिष्कार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. कोरोना वायरस के संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ व कर्मचारी संगठनों ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना न करने का सामूहिक निर्णय लिया है। महासंघ ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को तीसरा पत्र भेजकर अल्टीमेटम दिया है कि मतगणना स्थगित की जाए, अन्यथा शिक्षक व कर्मचारी बहिष्कार करेंगे। यह भी लिखा है कि शिक्षक-कर्मचारी अपनी जान दांव पर लगाकर यह कार्य नहीं करेंगे। ज्ञात हो कि पंचायत चुनाव की मतगणना दो मई से होना प्रस्तावित है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, कलेक्ट्रेट मिनिस्टिीरियल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार त्रिपाठी, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कमलेश मिश्र, इंदिरा भवन, जवाहर भवन कर्मचारी महासंघ और राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश कुमार पांडेय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे सहित अन्य कई संगठनों के नेताओं ने शुक्रवार को वर्चुअल प्रादेशिक संवाद के बाद कहा कि प्रदेश में कोविड का कहर जारी है। सरकार के कर्मचारी विरोधी रवैया अपनाए जाने पर रोष जाहिर करते हुए एक स्वर में दो मई को प्रस्तावित पंचायत चुनाव मतगणना का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि प्रदेश में पूरी चुनाव की प्रक्रिया कोविड 19 की गाइड लाइन के विपरीत होती रही इसीलिए अधिकाधिक कर्मचारी शिक्षक इस चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए। बड़ी संख्या में शिक्षक व कर्मचारी असमय मृत्यु के शिकार हो चुके हैं। हजारों की संख्या में संक्रमित होकर इलाज करा रहे हैं और घरों में आइसोलेट हैं। इसके बावजूद उन्हें मतगणना में लगाया जाना कर्मचारी शिक्षकों को मौत के मुंह में ढकेलना है। बैठक का संचालन परिषद के महामंत्री शिव बरन सिंह यादव ने किया।