Ghazipur: सादात ब्लाक प्रमुख चुनाव में दिग्गजो की प्रतिष्ठा लगी दाव पर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ब्लाक प्रमुख चुनाव की तिथि भले ही अभी घोषित नहीं किया गया है, लेकिन प्रमुख पद के लिए दावेदारी शुरू हो गई है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सादात ब्लाक प्रमुख पद के लिए अब तक तीन संभावित उम्मीदवार मैदान में दिख रहे हैं।
यह चुनाव जीतकर आये क्षेत्र पंचायत सदस्यों की गणेश परिक्रमा शुरू कर दिए हैं। यही नहीं विभिन्न पार्टियों से अधिकृत प्रत्याशी के रूप में आने के लिए भी इनके द्वारा कवायद की जा रही है, ताकि उनका नाम तय हो जाय। सादात ब्लाक प्रमुख का पद इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। ब्लाक अंतर्गत कुल 107 बीडीसी में से चार का निर्विरोध निर्वाचन हुआ, जबकि एक विजेता सदस्य की मौत के कारण सीट रिक्त है। चार निर्विरोध बीडीसी सदस्यों में से दो उम्मीदवार के रूप में सामने नजर आ रहे हैं।
इनमें मिर्जापुर पंचम वार्ड 45 से निर्विरोध चुनी गई उषा सोनकर पत्नी अनिल सोनकर और रायपुर वार्ड 14 से केवली देवी पत्नी विक्रमा का नाम शामिल है। प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्व. रामनाथ मुंशी के पौत्र अनिल सोनकर की पत्नी उषा सोनकर पहली बार इस कुर्सी के लिए मैदान में हैं। दूसरी तरफ केवली देवी दूसरी बार मैदान में हैं। यह पूर्व प्रमुख संतोष यादव की समर्थित हैं, जो 2010 में प्रमुख रह चुकी हैं। तीसरे उम्मीदवार के रूप में निवर्तमान प्रमुख कमलेश सिंह हकाडू के समर्थन वाला प्रत्याशी होगा। जिसके नाम की अभी उन्होंने घोषणा भले ही नहीं की है लेकिन बीडीसी सदस्यों से वोट लेने के लिए उनका चक्कर लगाना शुरू कर दिए हैं।
मजेदार बात तो यह है कि वर्ष 2015 में अनारक्षित सीट पर कमलेश सिंह के समर्थन में दोनों ही पूर्व प्रमुख धर्मदेव यादव और संतोष यादव उनके साथ खड़े रहे। इस बार संतोष यादव और कमलेश सिंह दोनों ही अपना-अपना उम्मीदवार लड़ाने का दावा करके अपने बीच आयी राजनीतिक दूरी को भी उजागर कर दिये हैं। फिलहाल यह तीनों ही संभावित उम्मीदवार अभी से जी-जान लगाकर बीडीसी सदस्यों को अपने पक्ष में पटाने में लगे हैं।
सभी दावा करना शुरू कर दिए हैं कि उनके साथ बीडीसी सदस्यों का आवश्यक संख्या बल मौजूद है। बीडीसी सदस्यों को हर तरह से प्रलोभन दिया जाने लगा है। संभावित उम्मीदवार उनके दुःख सुख में भी कंधे से कंधा मिलाकर चलने लगे हैं। हालांकि अभी ब्लाक प्रमुख पद के लिए चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन संभावित प्रत्याशी पहले ही कोई कमी छोड़ना नहीं चाहते हैं।