मुंबई जाने वाली ट्रेनों में 20 फीसद बढ़ी यात्रियों की संख्या, महानगरी एक्सप्रेस के बढ़ गए यात्री
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. मुंबई सहित अन्य महानगरों को जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने से रेल अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। आरक्षण केंद्र पर टिकट कैंसिल कराने वालों की संख्या में कमी आई है जबकि नया आरक्षण भी होने लगा है। मुंबई में हालात सुधरने व संक्रमण की दर में कमी आने के बाद लोग पहले से आरक्षण कराने वाले रवाना होने लगे हैं।
मुंबई, दिल्ली सहित देश के विभिन्न महानगरों में लाकडाउन के बाद टिकट कैंसिल कराने वालों का तांता लग गया था। 20 अप्रैल से 10 मई तक रिफंड के रूप में 32 लाख रुपये वापस किए गए। आरक्षण पर्यवेक्षक सुनील कुमार का कहना है कि पिछले तीन चार दिनों से हालात में सुधार आया है। बताया कि इन दिनों 10 से 15 हजार रुपये की बचत हो रही है जबकि पहले जितनी अर्निंग होती थी सब रिफंड में चला जाता था। बताया कि मुंबई सहित अन्य महानगरों में संक्रमण की दर में कमी आने के बाद लोग वापसी करने लगे हैं। उधर मुंबई को जाने वाली ट्रेनों में पूर्व की अपेक्षा यात्रियों की संख्या में 20 फीसद वृद्धि हुई है। रेलखंड से चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में भदोही स्टेशन महज 60-65 यात्री सवार होते थे लेकिन इन दिनों यह संख्या सैकड़ा से अधिक हो गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी प्रयागराज रेलखंड पर स्थित ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन होकर दिल्ली जा रही लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन में आई गड़बड़ी के चलते उसे आउटर सिग्नल से वापस कर स्टेशन लाना पड़ा। कुछ देर बाद दूसरा इंजन आने पर उसे गंतव्य की ओर रवाना किया गया।बिहार से नई दिल्ली के लिए चली लिच्छवी एक्सप्रेस रविवार को सायंकाल निर्धारित समय 4.35 बजे ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पहुंची। ठहराव के बाद ट्रेन जब इलाहाबाद की ओर रवाना होकर पश्चिमी आउटर सिग्नल पर पहुंची इंजन में गड़बड़ी समझ कर चालक ने ट्रेन खड़ी कर स्टेशन अधीक्षक व कंट्रोल रुम को सूचना दी। साथ ही ट्रेन को बैक करते हुए वापस रेलवे स्टेशन लाया। करीब दो घंटे बाद प्रयागराज से दूसरा इंजन आने के बाद ट्रेन आगे रवाना की गई। उधर गर्मी व उमस से ट्रेन में बैठे यात्री बेहाल हो उठे। स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इंजन में आई गड़बड़ी से ट्रेन को वापस लाना पड़ा था।