Ghazipur: अब होम्योपैथिक डॉक्टर भी देख सकेंगे कोरोना रोगी, आदेश जारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. अस्पतालों में भीड़ रोकने के लिए आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी कोविड-19 के रोगियों की देखने की अनुमति दे दी है। मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार इन चिकित्सकों को लक्षणविहीन और शुरुआती लक्षण वाले मरीजों को देखना है। आगे की स्टेज वाले मरीजों को उच्चस्तरीय अस्पतालों में रेफर करना होगा।
एसीएमओ डा. उमेश कुमार ने बताया कि मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जो रोगी होम आइसोलेशन में रहकर उपचार कर रहे हैं, उन्हें होम्योपैथिक चिकित्सक देख सकते हैं। उन्हें मरीजों को कोरोना का पूरा प्रोटोकाल फालो कराना होगा। जैसे दो गज की दूरी लागू कराना, मास्क पहनवाना, हाथ लगातार धुलवाने की सलाह देना। डाक्टर की सलाह से गांव और शहरों में इसका उपयोग बड़े स्तर पर किए जाने की आवश्यकता है। इस पैथी की दवाओं की कीमत भी एलोपैथ से कम होती है और इनका दुष्प्रभाव भी नहीं होता है।
ये देनी होगी दवा
एसीएमओ डा. उमेश कुमार ने बताया कि गाइड लाइन के अनुसार लक्षणविहीन कोरोना पाजिटिव रोगियों को होम्योपैथिक डाक्टरों को आर्सेनिकम एलबम-30 सी की चार गोली दिन में दो बार सात दिन तक देना होगा। इसी प्रकार हल्के लक्षण वाले रोगियों को एकोनिटम नेपोलस, आर्सेनिकम एलबम, बेलाडोना, बरयोनिया एलबा, इयूपाटोरियम परफोलियटम, फेरम फास्फोरिकम, गलसेमियम, फास्फोरस, रस टाक्सिकोडेंड्रम दवाएं चलेंगी। दवा की खुराक डाक्टर रोगी की हालत को देखकर तय करेंगे। इसके अलावा किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले लक्षणविहीन व्यक्ति को आर्सेनिकम एलबम 30 सी की चार गोली दिन में एक बार सात दिन तक देना होगा। गाइडलाइन के मुताबिक होम्योपैथिक डाक्टर को रोगी के लक्षणों पर लगातार नजर रखनी होगी। रोगी का बुखार और आक्सीजन स्तर को दिन में दो बार जांचना होगा। उसे घर से निकलने और घर में भी सामाजिक दूरी बनाने की हिदायत देनी होगी।
खानपान के लिए दिशा-निर्देश
- गर्म पानी में हल्दी-नमक डालकर गरारा करें।
- खाना ताजा और आसानी से पचने वाला खाएं। प्रोसेस्ड खाने को नजर अंदाज करें।
- वसा, तेल, चीनी और नमक के अत्यधिक सेवन से परहेज करें।