Ghazipur: बच्चों के लिए जिला अस्पताल में बना कोविड वार्ड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. स्वास्थ्य विभाग की ओर से आने वाले दिनों में कोविड-19 का असर बच्चों पर होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए बच्चों के इलाज के लिए वार्ड बनाए जा रहें है। इस वार्ड में आक्सीजन सहित वेंटिलेंटर की पूरी व्यवस्था की जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी करने के मुताबिक सिर्फ कोरोना से ग्रसित गंभीर बच्चों को ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होगी। बाकी का इलाज होम आइसोलेशन में होगा। होम आइसोलेट बच्चों के आक्सीजन की कमी होने के बाद जिला अस्पताल में बने वार्ड में रखकर इलाज किया जाएगा।
जिला अस्पताल में आने वाले दिनों में कोविड़-19 का असर बच्चों पर होने की संभावना को लेकर 30 बेड का वार्ड बनाया गया है। सीएमओ डा. राजेश सिंह ने बताया कि गाइडलाइन के मुताबिक जिन बच्चों का आक्सीजन लेवल 90 से नीचे गिरता है, उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जाना चाहिए। गाइडलाइन में बच्चों को इस्टीरायड देने की मनाही की गई है। सिर्फ गंभीर बच्चों को जरूरत पड़ने पर यह दवा देने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल हो रही रेमडिसिविर, आइवरमेक्टिन, फैवीपिराविर जैसी दवाओं को बच्चों को देने से मना किया गया है।
कोरोना के नोडल अधिकारी डा. उमेश सिंह ने बताया कि जिन बच्चों का आक्सीजन लेवल 90 से कम आता है उन्हें सैप्टिक शाक, मल्टी आर्गन डिस्फक्शन सिड्रोम,गंभीर निमोनिया, एक्यूट रिसपाइटरी, डिस्ट्रेस सिड्रोम जैसी बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे मरीजों को फौरन किसी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाए और जरूरत पड़े तो आइसीयू में शिफ्ट किया जाए। इन बच्चों को इस्टीरायड दिए जा सकते हैं।
गाइडलाइन के अनुसार कुछ बच्चे बुखार के साथ पेट दर्द, उल्टी व दस्त की समस्या के आ सकते हैं, उनका भी कोरोना मरीज के तौर पर इलाज किया जाना चाहिए। उनका स्टूल टेस्ट कराने पर पुष्ट हो जाएगा कि उन्हें कोरोना है या नहीं। वहीं कुछ बच्चों में मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमटोरी सिन्ड्रोम भी हो सकता है जिसके लिए सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बच्चों संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने की जरुरत है। वहीं संक्रमण के लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकों से सलाह लेना चाहिए।