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सरकार करेगी मदद और बैंक काटेगी स्वनिधि की उधारी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. कोरोना महामारी के दूसरे लहर में स्ट्रीट वेंडरों को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक मदद करने की योजना का वास्तविक लाभ स्ट्रीट वेंडरों को नहीं मिलेगा। कारण की गत तीन माह से स्ट्रीट वेंडरों ने बैंक से मिले ऋण की अदायगी नहीं किया है। ऐसे में जब सरकार उनके बैंक खातों में एक-एक हजार रुपये जमा करेगी तब बैंक स्ट्रीट वेंडरों की उधारी काट लेगा। बैंकिंग सूत्रों के अनुसार ऑटोमेटिक सॉफ्टवेयर के माध्यम से जैसे ही स्ट्रीट वेंडरों के खाते में पैसा क्रेडिट होगा, वैसे ही पीएम स्वनिधि के ऋण का बकाया किस्त बचत खाते से ऋण खाते में ट्रांसफर हो जाएगा। ऐसे में फिर लाभार्थियों के खाते में पैसा बचेगा ही नहीं। वहीं इधर स्ट्रीट वेंडर सरकार से मिलने वाली मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

बीमा का कैसे हो रिन्यूवल, खाते में नहीं है पैसा

कोरोना महामारी के दूसरे लहर में ज्यादातर जन-धन खाते खाली हो गए हैं। ऐसे में सरकार का आदेश है कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए। सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर जन-धन खातों का हाल यह है कि उसमें 12 रूपये भी नहीं हैं। आखिर बीमा का रिन्यूवल कैसे करें।


ओवरड्राफ्ट की कैसे होगी वसूली

कोरोना महामारी के दूसरे लहर में ज्यादातर जन-धन खाताधारकों ने बीमारी के नाम पर ओवरड्राफ्ट की भी सुविधा ले रखी है। कई बैंक अधिकारियों का कहना है जब ग्राहक बैंक आकर कहता है कि इलाज कराना है साहब पैसा दे दीजिए, तो बैंकर उसके छह माह के ट्रांजेक्शन को देखकर अधिकतम 10 हजार तक ओवरड्राफ्ट की सुविधा दे देता है। इसमें दो हजार रूपये तक कोई ब्याज नहीं लगता है। शेष के आठ हजार पर बैंक एक फीसद ब्याज लेती है। इन पैसों की वसूली कैसे होगी बैंकरों को अब इसकी चिंता सता रही है।


मार्च, अप्रैल, मई तीन माह से स्ट्रीट वेंडरों ने किस्त का भुगतान नहीं किया

मार्च, अप्रैल, मई तीन माह से स्ट्रीट वेंडरों ने किस्त का भुगतान नहीं किया है। जैसे ही इन खातों में रुपये आएगा बैंक का सॉफ्टवेयर अपने किस्त की कटौती कर लेगा। खातों में रुपये नहीं होने से सरकार की बीमा योजनाओं का भी लाभ लोगों को नहीं मिलेगा।-मिथिलेश कुमार, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक।

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