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Ghazipur: कोरोना की तीसरी लहर में मरीजों के उपचार के लिए खानपुर सीएचसी तैयार नहीं है

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना की तीसरी लहर में मरीजों के उपचार के लिए खानपुर सीएचसी तैयार नहीं है। यहां पर चिकित्सकों के साथ ही अन्य सुविधाओं का अभाव है। चार वर्षों से बिजली की मुख्य सप्लाई नहीं है, वायरिग खराब हो गई है। भर्ती होने वाले मरीज अपने घर से पानी व हाथ से हिलाने वाला पंखा लेकर आते हैं। केंद्र पर कार्यरत कर्मचारी निजी तार खींचकर पंखा व बल्व जलाते हैं। 30 बेड के कोविड भर्ती केंद्र में बमुश्किल 20 बेड ही तैयार हो पाए हैं। सभी शौचालय के सीवर जाम हैं। पानी की ओवरहेड टंकी टूटकर बेकार पड़ी है।

केंद्र की वायरिग चार वर्षों से खराब है। इसके चलते बिजली आपूर्ति नहीं होती है। तीन किलोवाट भार के कनेक्शन का बिल भुगतान स्वास्थ्य विभाग के जिम्मे है। परिसर स्थित पानी सप्लाई का मोटर जल गया है और टंकी में पानी चढ़ाने के लिए लगाया गया पंप खराब है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते यहां पर तैनात कर्मचारियों व मरीजों के स्वजनों को परेशानी होती है।


एक खाली और एक भरा आक्सीजन सिलेंडर है। प्रयोगशाला टेक्नीशियन और एक्स-रे सहायक के पद खाली हैं। यहां आरटीपीसीआर या एंटीजन कोविड जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। ओवरहेड टंकी का पंप जलने से जलापूर्ति पूरी तरह बंद है। जगह-जगह से बाउंड्रीवाल टूटी है। दांत, हड्डी, नाक, कान, गला और बाल रोग विशेषज्ञ की कमी है। अस्पताल परिसर में खड़ी दोनों एम्बुलेंस काम चलाऊ हालत में ही हैं। कोविड दवा किट, तीन निजी पीपीई किट, एक बाक्स मास्क, 10 ग्लव्स और छह सैनिटाइजर बाटल की व्यवस्था है। तीन चिकित्सकों सहित एक वार्ड ब्वाय को अन्य चिकित्सालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। आवासीय परिसर में रहने वालों को निजी बिजली, पानी और सुरक्षा का इंतजाम करना पड़ता है।


एक नजर में..

चिकित्साधिकारी के पद छह, तैनात तीन।

स्टाफ नर्स के पद तीन, सभी तैनात।

लैब टेक्नीशियन व डार्क रूम के कर्मचारी के एक-एक पद, तैनात हैं।

वार्ड ब्वाय के पद तीन, एक तैनात।

स्वीपर के पद तीन, तैनात एक।

फार्मासिस्ट के पद दो, तैनात हैं।

दंत चिकित्सक का  एक पद, खाली।

ईएनटी विशेषज्ञ का  एक पद, खाली।

आर्थों सर्जन का एक पद, खाली।

सर्जन का पद एक, खाली।


स्वास्थ्य विभाग से मिले सभी चिकित्सीय उपकरणों के साथ हम लोग कोविड के संक्रमित मरीजों का इलाज करने को तैयार हैं। अन्य जरूरत के सामान की व्यवस्था हो रही है। बाकी कुछ बुनियादी जरूरतें जैसे बिजली, पानी, पंखे और स्टाफ के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है।-डा. केपी सिंह, प्रभारी अधीक्षक।

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