Ghazipur: शवों के जलप्रवाह को रोकने की 'जंग' के ग्राम प्रधान होंगे 'सेनापति' - जिलाधिकारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान भले ही अभी शपथ न ले सके हों, लेकिन उन्हें 'सेनापति' मान लिया गया है। गंगा में शवों का जल प्रवाह न हो इस बड़ी जंग में वह इसी भूमिका में नजर आएंगे। गंगा में बहते शव जिला प्रशासन के गले का फांस बन चुका है।
तमाम कवायद हुई, पुलिस की टीम लगी, निगरानी समितियां बनीं, लेकिन इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लग सका। आए दिन कहीं न कहीं शव मिल ही जा रहे हैं। ऐसे में जिलाधिकारी ने इसे रोकने का नया और नायाब तरीका निकाला है। उन्होंने सभी गांवों में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम बनाने का फैसला किया है। इसके अध्यक्ष ग्राम प्रधान होंगे तो लेखपाल और सेक्रेटरी सहायक की भूमिका निभाएंगे। पांच-पांच ग्राम सदस्य इस टीम क ा हिस्सा होंगे। जहां सदस्यों की संख्या कम होगी या नहीं होंगे वहां बैठक कर वरिष्ठ लोगों को चयनित किया जाएगा। यह गांव में मरने वालों की सूची तैयार करेंगे।
मेंटेन होगा रजिस्टर, दर्ज होगा आंकड़ा
संबंधित गांवों में एक रजिस्टर तैयार होगा। इसमें बकायदा रोज का आंकड़ा दर्ज किया जाएगा। किस दिन, कहां किसकी और कैसे मौत हुई इसमें इसका जिक्र होगा। साथ ही उनका अंतिम संस्कार कहां और कैसे हुआ से सभी जानकारी दर्ज की जाएगी। कुल मिलाकर मौत के बाद अंतिम संस्कार तक पर निगाह रखने की जिम्मेदारी इस टीम की होगी। इतना ही नहीं, यदि कोई गरीब है, उसे लकड़ी, वाहन या और किसी चीज की जरूरत है तो वह कंट्रोल रूम से संपर्क कर उसे उपलब्ध करवाएगा। किसी तरह की कोई दिक्कत आने पर जिलाधिकारी से खुद संपर्क किया जा सकता है।
जल्द ही ग्राम प्रधान के नेतृत्व में टीम गठित हो जाएगी। यह टीम गंगा में शव प्रवाहित करने से रोकने में कारगर साबित होगी। इससे तस्वीर साफ रहेगी कि कहां कितने लोगों की मौत हुई है और उनका अंतिम संस्कार कैसे हुआ है।-मंगला प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी।