Ghazipur: अभावों के भवंर में फंसा सीएचसी गोड़उर, कैसे लड़ेगा कोरोना की तीसरी लहर से
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोड़उर में चिकित्सकों व कर्मचारियों के साथ ही संसाधनों का अभाव है। इस व्यवस्था में सुधार न होने पर निश्चित रूप से तीसरी लहर का मुकाबला कर पाना मुश्किल हो जाएगा। केंद्र के कई कर्मचारियों को अन्यत्र संबद्ध कर दिया गया है। एक्स-रे मशीन आज तक चालू नहीं हो पाई। चिकित्सक व कर्मचारियों के लिए बनाए गए आवास पर अनाधिकृत रूप से उपले रखे जाते हैं।
यह है स्थिति
-सीएचसी गोड़उर पर आक्सीजन के चार सिलिडर में दो खाली पड़े हैं।
-प्रयोगशाला टेक्निशियन विजय शंकर को कोविड अस्पताल सहेड़ी में संबद्ध किया गया है। यहां पर जांच की सुविधा नहीं है।
-एंटीजन व आरटीपीसीआर की जांच किसी तरह होती है।
-केंद्र का बाउंड्रीवाल नहीं है।
-ओवरहेड टंकी की पाइपलाइन पुरानी होने से अक्सर जाम होती रहती है। ऐसे में सीएचसी पहुंचने वाले लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है।
-तीन दशक पहले ही एक्स-रे मशीन आई थी। मगर अब तक इसे चालू नहीं किया गया जिससे ये खराब हो चुकी है।
-अस्पताल परिसर में दो एम्बुलेंस खराब पड़े हैं।
-चिकित्साकर्मियों के आवास के पास स्थित शौचालय में लकड़ी रखा गया है।
-चिकित्साधिकारी के पद छह, तैनात चार।
-स्टाफ नर्स के पद तीन, तैनात एक।
-लैब टेक्निशियन एक, (सहेड़ी कोविड अस्पताल में संबद्ध)।
-एक्सरे मशीन- एक, चालू नहीं।
-डेंटल चिकित्सक एक, तैनाती हैं।
-फार्मासिस्ट के पद तीन, एक की तैनाती। (जिला मुख्यालय व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुखडेहरा पर एक-एक संबद्ध)
-डार्करूम सहायक पद एक, रिक्त।
-वार्ड ब्वाय के पद दो, तैनाती एक।
-स्वीपर के पद दो, तैनात एक।
-नेत्र चिकित्सक का पद एक, रिक्त ।
-सर्जन का पद एक, रिक्त।
खाली पड़े दो आक्सीजन सिलेंडरों को भरवाकर जल्द ही मंगाया जाएगा। चिकित्सा कर्मियों की कमी है। बावजूद इसके स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा रही हैं। अतिक्रमण की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है।- डा. विपिन कुमार, प्रभारी अधीक्षक।