Ghazipur: गेहूं क्रय केंद्र बंद होने पर जिलाधिकारी नाराज, मांगा जवाब
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. करंडा गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी की लापरवाही से किसानों का गेहूं तौल न होने की खबर 'दैनिक जागरण' में प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने केंद्र प्रभारी से जवाब तलब किया है। लापरवाह केंद्र प्रभारी पर कार्रवाई की तैयारी है। इससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
करंडा क्रय केंद्र पर किसानों को कर्मचारियों की घोर लापरवाही व के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का आरोप था कि 24 मई की तिथि तौल के लिए निर्धारित थी, मगर 28 मई तक गेहूं की तौल नहीं कराई गई, जबकि बुधवार की शाम से शुरू हुई बारिश से गेहूं भींग रहा है।
गेहूं की खरीद के लिए जनपद में किसानों की सुविधा के अनुसार क्रय केंद्र का निर्धारण किया गया है। केंद्र प्रभारियों की लापरवाही का नतीजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि ट्रैक्टर का किराया प्रतिदिन 700 से 800 रुपये बढ़ रहा है। इस बीच गुरुवार को 900 बोरी गेहूं बारिश से भींग गया। चार-चार दिन से किसान अपना गेहूं लेकर तौल होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस खबर को 'दैनिक जागरण' ने अपने 29 मई के अंक में पेज चार पर '12.30 बजे तक लटकता रहा केंद्र पर ताला' शीर्षक से प्रकाशित किया। जिलाधिकारी ने इसका संज्ञान लिया और नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
किसानों की गेहूं खरीद सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। ऐसे में करंडा केंद्र पर इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए केंद्र प्रभारी से जवाब तलब किया गया है। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।- डा. एमपी सिंह, जिलाधिकारी।