Ghazipur: शहर की अपेक्षा गांवों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी आंकड़ों को गौर करें तो शहरी क्षेत्र में जहां 44 फीसद संक्रमित हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में संक्रमण दर बढ़कर 56 फीसद पहुंच गयी है। स्वास्थ्य विभग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की जांच करने के लिए टीम गठित की गई है, यह टीम ग्रामीण क्षेत्रों कैंप लगाकर कोरोना की जांच कर रहीं है।
जिला स्तर अधिकारियों के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की जांच करने वाली टीम पर निगरानी बढ़ गई है। जिससे कोरोना की जांच की सक्रियता व जांच का दायरा बढ़ने से गांवों में संक्रमण पकड़ में आया है। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अधिकारियों द्वारा लगातार सक्रियता बरती जा रही है। अब गांव उच्चाधिकारियों के राडार पर है। लगातार सर्विलांस का काम चल रहा है। जिलाधिकारी एमपी सिंह के निर्देश पर पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों द्वारा गांवों की निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया है। गांवों में निगरानी समितियों की बैठक कर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग व घरों में रहने की सलाह दी जा रही है।
नवनिर्वाचित प्रधानों व ग्राम स्तरीय कर्मचारियों की टीम घर-घर जाकर जांच करने, प्रवासियों का पूरा लेखा-जोखा रखने सहित सैनिटाइजेशन के काम में लगा दिया गया है। जिला पंचायतराज अधिकारी ने बताया कि जिले के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर गांवों में जाकर लगातार निगरानी समितियों को सक्रिय किया जा रहा है। उनके कार्यों पर नजर रख रहे हैं। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की ओर से थर्मल स्कैनर व पल्स आक्सीमीटर से घर-घर जांच करायी जा रही है। जिस किसी में भी लक्षण पाए जाते हैं उसे किट भी उपलब्ध कराकर होम आइसोलेशन कराया गया है। जांच का दायरा बढ़ने से अब गांवों में संक्रमित लोगों की संख्या निकलकर सामने आ रही है। यही कारण है कि शहरी क्षेत्रों का संक्रमण दर 44 फीसद है वहीं ग्रामीण इलाकों का संक्रमण दर बढ़कर 56 फीसद पहुंच गया है।
फत्तेपुर अटवा में लगा कोरोना जांच के लिए कैंप
सदर क्षेत्र में कोरोना जांच शिविर लगाये जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। ग्रामीणों ने कैंप में बारी-बारी से कोरोना की जांच कराई। एक तरफ जहां कोरोना की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है, तो वहीं इस गांव में कहीं भी लोगों के लिए जांच शिविर तक नहीं लगायी जा रही थी। इसे लेकर ग्रामीणों में कोरोना को लेकर काफी भय बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से बार-बार जांच कराये जाने की मांग की जा रही थी, पर विभाग मौन बना हुआ था। शिविर लगने से ग्रामीणों ने राहत महसूस की है, कोरोना जांच के होने के बाद इससे लोगों को यह पता चल सकेगा कि कौन पॉजीटीव है और कौन निगेटिव है, ताकि समय रहते उनका इलाज कराया जा सके और संक्रमण के प्रकोप से बचा जा सके। वहीं चिकित्सकों ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात बरतने की भी सलाह दिया।