कोरोना में बुखार उतरने के बाद मरीज हो सकता है सीरियस, डरें नहीं, यूं रहें अलर्ट
गाजीपुर न्यूज़ टीम,नई दिल्ली. कोरोना वायरस हर पल अपना रंग बदल रहा है ऐसे में उससे मुकाबला करने के लिए हमें भी बेहद सतर्क रहना होगा। मरीजों में लक्षण दिखने के बाद से हर दिन अहम होता है। अगर ठीक से मॉनिटरिंग और डॉक्टरों की सलाह पर ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाए तो कोरोना से जंग घर पर ही जीती जा सकती है। डॉक्टर्स की मानें तो 80 फीसदी से ज्यादा मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं।
कोरोना में ये दिन हैं अहम
कोरोना संक्रमण के बाद मरीजों में कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं जिनमें बुखार सबसे कॉमन है। सीनियर फिजिशियन कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर केके अग्रवाल के मुताबिक, कोविड के मरीजों में लक्षण दिखने का औसत समय 5 दिन होता है। जबसे लक्षण दिखें 5 दिन गिन लें। सांस से जुड़ी परेशानियां दिखने का मीन टाइम 7 दिन है। वेंटिलेटर पर पहुंचने का मीन टाइम 9 दिन सामने आया है। इनकी मॉनिटरिंग काफी जरूरी है।
बुखार उतरने के बाद 3 दिन अहम
डॉक्टर केके अग्रवाल ने बताया कि मुंबई में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब बुखार उतरने के बाद साइलेंट हायपॉक्सिया (बिना कोई लक्षण दिखे ऑक्सीजन डाउन हो जाना)। ऐसा ही पीलिया और डेंगू में होता है कि बुखार उतरने के बाद मरीज सीरियस हो जाता है। डॉक्टर ने बताया कि ऐसा ही कोविड में भी देखा गया है। अगर किसी का बुखार खत्म हो रहा है और अचानक से ऑक्सीजन कम हो रही है तो इसे साइलेंट हायपोक्सिया कहते हैं और तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत है। बुखार खत्म होने के बाद लापरवाही ना करें। फीवर खत्म होने के 3 दिन बाद तक 3 बार ऑक्सीजन चेक करना बेहद जरूरी है।
Disclaimer- यहां दी गई जानकारी आपकी अवेयरनेस के लिए है। कोरोना का कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। बिना डॉक्टर की सलाह पर दवाएं ना लें।