मोहाली कोर्ट से भी मुख्तार अंसारी को एक और झटका, मेडिकल बोर्ड गठन की अपील खारिज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, चंडीगढ़. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट से एक और झटका लगा है। मुख्तार ने अपनी खराब सेहत के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर जांच की मांग की थी। मुख्तार अंसारी खराब सेहत का हवाला देकर लंबे समय से यूपी जाने से खुद को बचाता आ रहा है। रंगदारी के लिए एक बिल्डर को धमकाने के आरोप में रोपड़ जेल से मोहाली की अदालत में बुधवार को अंसारी को पेश किया गया था। अंसारी के वकीलों ने एक बार फिर उसकी खराब सेहत का हवाला देते हुए मेडिकल बोर्ड गठित करने की मांग की।
अंसारी के वकीलों ने अदालत में कहा कि उसे दो बार दिल का दौरा पड़ चुका है और उसकी सेहत ठीक नहीं है। पिछले साल 29 मार्च को उसकी सेहत खराब होने के बाद से उसके सीने में दर्द है। वकीलों ने कहा कि सही स्वास्थ्य सहायता न मिलने पर अंसारी की मौत भी हो सकती है। अंसारी के वकील ने स्वास्थ्य सहायता के लिए रोपड़ के जेल अधीक्षक से जवाब तलब करने की मांग भी की।
अंसारी के वकील की दलील सुनने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित बख्शी की अदालत ने आदेश पारित करते हुए कहा कि कोई ताजा चिकित्सा मुद्दा सामने नहीं आया है, लिहाजा उपचार के लिए अलग से बोर्ड गठित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। अदालत ने कहा कि जेल अधीक्षक से भी जवाब तलब करने की कोई वाजिब वजह नहीं है।
अदालत ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर आरोपी को यूपी पुलिस को सौंपा जाना है। आरोपी चूंकि यहां न्यायिक हिरासत में है, लिहाजा यूपी स्थानांतरित करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि उसे 12 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए अदालत के समक्ष पेश किया जाए।