मां इलाज के लिए करती रह गई मिन्नतें, अस्पताल की चौखट पर गोद में बेटे ने तोड़ा दम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार की सुबह सरपतहां थाना क्षेत्र के मीरजापुर रुदौली गांव निवासी सिकंदर (30) को लेकर उसकी मां शारदा इलाज के लिए पहुंची। उसका इलाज पहले से आजमगढ़ में चला था और ज्यादा तबीयत खराब हुई तो शारदा उसे लेकर उपचार के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां अपने बेटे को फर्श पर लिटा कर चिकित्सक से इलाज की वह मिन्नत कर रही थी। इसी बीच बीमार सिकंदर की मौत हो गई।
अस्पताल की चौखट पर हुई इस मौत के बाद लाचार मां बेटे के शव को टैंपो में लाद कर घर ले कर चली गई। इस संबंध में पूछे जाने पर चिकित्सा अधिकारी अमित सिंह ने कहा कि अस्पताल आने के बाद सिकंदर के उपचार की तैयारी कर रहे थे। इलाज शुरू होता इसके पहले ही सिकंदर की मौत हो गई।
दो दिनों पूर्व जौनपुर जिले के ही एक पीडित को वाराणसी में इलाज न मिल पाने की वजह से उसकी मौत होने की घटना सामने आई थी। दरअसल उस मामले में भी इलाज न मिल पाने की वजह से आटो में बेटे को लेकर दर दर भटकी बेबस मां के सामने ही कदमों में बेटे ने दम तोड़ दिया था। इन दिनों कोरोना संक्रमण की वजह से अन्य बीमारी के मरीजों के सामने मानो मौत तांडव कर रही है। कोरोना के भय से डाक्टर अन्य बीमारियों के मरीजों को भी हाथ नहीं लगा रहे हैं। ऐसे में कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के मरने की घटनाएं अधिक हो रही हैं। जौनपुर जिले से संबंधित तीन दिनों के अंतराल में दो मामले आए हैं जिनमें मां के सामने ही उनके लाल ने दम तोड़ दिया। मानवीय संवेदनाओं को तार तार करती यह स्थिति लोगों के सामने सबसे बडी दुश्वारी साबित हो रही है।