Ghazipur: कूलर फैक्ट्री में लगी भीषण आग, करोड़ों का नुकसान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सुहवल थाना अंतर्गत ताड़ीघाट स्टेशन के पास कूलर फैक्ट्री में गुरुवार की भोर भीषण आग लग गई। अचानक छोटी सी आग ने चंद मिनट में विकराल रूप ले ले लिया और इलाके में हडकंप मच गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन फायरब्रिगेड को बुलाया। दमकल की तीन टीमों ने के घंटों की कवायद में आग पर काबू पाया। भयावह आग से ग्रामीण महज मूकदर्शक बने रहे। भीषण अगलगी में करीब पांच हजार कूलर, एक मैजिक, जेनरेटर, लाखों की नगदी, कागजात, दर्जनों टेबल, कुर्सी सहित अन्य पार्ट्स आदि सभी जलकर पूरी तरह राख हो गये। संचालक पीड़ित संतोष सिंह के अनुसार करीब ढाई करोड़ का नुकसान हुआ है।
मौसम का तेवर तल्ख होने के साथ ही जिले में आग लगने की घटनाओं का दौर भी शुरु हो गया है। गुरुवार की सुबह सुहवल थाना क्षेत्र के ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन के पास स्थित कूलर फैक्ट्री में अज्ञात कारणों से आग लग गई। ताड़ीघाट निवासी संतोष सिंह की रेलवे स्टेशन के बगल में कूलर की फैक्ट्री है। सुबह करीब पांच बजे अज्ञात कारणों से फैक्ट्री में आग पर लोग जुटे लेकिन चंद मिनट में चिंगारी ने विकराल रूप धारण कर दिया। करीब पांच फीट आग की लंबी लटटे देखकर ग्रामीण घबरा गए। जानकारी होते ही फैक्ट्री स्वामी संतोष सिंह भी पहुंचे और लोगों ने फायर ब्रिगेड समेत पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र सिंह पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और बाद में गाजीपुर, जमानिया और मुहम्मदाबाद की फायर की गाड़ी मौके पर पहुंची।
अग्निशमन द्वितीय अधिकारी अनिरुद्ध अपने तीनों यूनिटों, पुलिस लाइन तीन दमकल लेकर मौके पर पहुंच गये। इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जाने लगा। आग काफी फैल जाने के कारण अग्निशमन का पानी समाप्त होने लगा। इसे देख ग्रामीण घबराने लगे, तुरंत ग्रामीण निजी पम्पसेट चालू कर दमकल में पानी भरवाये। फिर काफी मशक्कत के बाद करीब पांच घंटे बाद दस बजे तक आग की उठती लपटों पर काबू पाया जा सका। अगलगी में करीब पांच हजार कूलर, एक मैजिक, जेनरेटर, लाखों की नगदी, कागजात, दर्जनों टेबल, कुर्सी सहित अन्य पार्ट्स आदि सभी जलकर पूरी तरह राख हो गये।
संचालक पीड़ित संतोष सिंह के अनुसार करीब ढाई करोड़ का नुकसान हुआ है। अग्निशमन अधिकारी द्वितीय अनिरुद्ध ने बताया कि आग के कारणों पर जांच की जा रही है, घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझा दी गई। हालात कंट्रोल में होने पर टीमें लौट गई। इस फैक्ट्री में बनने वाले कूलर की जनपद में ही नहीं, बल्कि पडोसी राज्य बिहार, वाराणसी, मऊ, बलिया, वाराणसी, आजमगढ़, भदोही आदि जगहों पर यहां बनने वाले कूलर की मांग थी। कूलर फैक्ट्री के संचालक ताडीघाट निवासी संतोष सिंह ने बताया कि पिछले करीब चार वर्ष से यह फैक्ट्री संचालित है। आग किन कारण से, किन परिस्थितियों में लगी, यह तो नहीं पता चल पाया है। कहा कि इसकी सूचना थाना पुलिस व अग्निशमन विभाग को दे दी गई है।
आग बुझाने में कार्यदायी संस्था के जुटे रहे कर्मी
फैक्ट्री में भीषण आग लगने की सूचना पर ताडीघाट-मऊ रेल परियोजना के निर्माण में जुटी कार्यदायी संस्था एसपी सिंग्ला कंशट्रकशन एवं जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट के अधिकारियों के निर्देश पर कंपनी ने मौके पर पानी से भरे। कई टैंकर और कर्मी भेजे जो वह भी आग पर काबू पाने में जुटे रहे। लोग इसकी सराहना भी करते रहे।
बस्ती को कराया खाली
आग आगे न फैले, लोग इसके लिए फैक्ट्री के बगल में स्थित बस्ती के मकान पर पानी का छिडकाव करने में लगे रहे। आग इतनी भयावह रही कि लोग पूरी तरह से भयभीत दिख रहे थे। लोगों को सूझ नहीं रहा था कि आखिर किस तरह आग पर काबू पाया जाए। आग लगने के बाद फैक्ट्री के बगल में स्थित बस्ती को सुरक्षित बचाए रखने के लिए एहतियातन खाली करा लिया गया था, ताकि किसी तरह के अतिरिक्त नुकसान से बचा जा सके। लोग अपने परिजनों, जानवरों को लेकर सड़क पर बाहर आ गये थे।
फैक्ट्री में आग लगने के समय संचालक अपने घर पर थे। जबकि इसमें काम करने वाले मजदूर एक कमरें में सोए थे। आग लगने के बाद किसी तरह जान बचा कर सभी मजदूर वहां से सुरक्षित बचकर निकल चुके थे। इसके बाद का जो मंजर था, उसके भयावहता का बयां नहीं किया जा सकता था। फैक्ट्री में भीषण आग लगने के चलते इसमें काम करने वाले स्थानीय व गैर जगहों के दर्जनों मजदूरों के समक्ष बेरोजगार होने के साथ ही भोजन पानी के भी लाले पड़ने की आशंका सता रही है। मजदूरों ने बताया कि अब उन्हें नहीं सूझ रहा है कि वह क्या करें, उनके सपने बिखर गये।