Ghazipur: महिलाओं को पीठासीन बनाने पर कर्मचारी खफा, ड्यूटी बदलने की मांग
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. महिला कर्मचारियों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पीठासीन अधिकारी बनाए जाने को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। महिलाओं की नाराजगी को भांपते हुए कर्मचारी संगठनों ने भी इस पर मुखरता शुरू कर दी है। शुक्रवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का प्रतिनधिमण्डल जिला निवार्चन अधिकारी (कार्मिक) से मुलाकात कर विषय को रखा। उन्हें ज्ञापन देकर महिलाओं को पीठासीन की जगह प्रथम या द्वितीय मतदान कर्मी नियुक्त करने की मांग की। वहीं उनकी डयूटी को दूरी से हटाकर निकटतम करने की भी बात कही।
राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष अम्बिका दुबे व प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह के संयुक्त नेतृत्व में शुक्रवार को मिला। पंचायत निर्वाचन में नियुक्त कर्मचारियों से संबंधित 7 सूत्री मांगपत्र सौंपकर सम्यक निराकरण की अपील की। परिषद अध्यक्ष ने बताया कि जनपद में पहली बार महिला कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी के रूप में सुदूर 50 से 60 किलो मीटर की दूरी पर भेजा गया है, जिसके कारण उन्हें अत्यन्त कठिनाई होगी। उनको पीठासीन की जगह प्रथम या द्वितीय मतदान कर्मी नियुक्त किया जाए। अंबिका दुबे ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने यदि पति-पत्नी दोनों ही सेवा में हो तो किसी एक की ही चुनाव ड्यूटी लगाई जाए, लेकिन सैकड़ो की संख्या में दम्पतियों को मतदान अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। जिससे उनके सामने गम्भीर पारिवारिक संकट सामने आ गया है। नियमानुसार किसी एक को ही चुनाव कार्य मे लगाया जाए। गम्भीर बीमारी से ग्रसित एवं दिव्यांग, असक्त कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाए। जिले में अधिकारियों की मनमानी से मतदान कार्य मे लगे कार्मिकों को उनके मौलिक अधिकार मतदान से वंचित किया जा रहा है। निर्वाचन में लगे कर्मचारी-अधिकारियों को पोस्टल बैलेट से मतदान कराने की व्यवस्था की जाए। मतदान केंद्र पर आवागमन के लिए किसी भी दशा में माल वाहक ट्रकों आदि का प्रयोग न किया जाए।
जिलाधिकारी के मुख्यालय स्थित कार्यालय पर न रहने के कारण उप जिलाधिकारी राजस्व एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्मिक सुशील कुमार श्रीवास्तव को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनधिमण्डल में अनंत सिंह, ओमप्रकाश यादव, सूर्यभानु राय, पवन पाण्डेय, प्रमोद मिश्रा, विरेन्द्र यादव, अनिल यादव, इसरार अहमद, संजय यादव, राधेश्याम यादव, अजय कुमार सहित दर्जनों कर्मचारी, शिक्षक नेता शामिल रहे।