Ghazipur: प्रवासियों के आने से गांवों में बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों द्वारा पूरी ताकत लगा दी गई है। इस समय कोविड-19 के संक्रमण के क्षेत्र में जबरदस्त प्रकोप के बाद भी प्रत्याशियों ने दूसरे प्रदेशों में रह रहे अपने मतदाताओं को लुभाते हुए यात्रा भत्ता भेजकर उन्हें गांव आने के लिए विवश कर दिया है।
प्रवासी मजदूरों के गांव आने से संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है। प्रवासी मजदूरों के बड़ी सख्या में आने से गांव में संक्रमण बढ़ने से लोग दहशत में हैं। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 29 अप्रैल को होना है। इस चुनाव के नजदीक होने के कारण चुनाव में भाग ले रहे उम्मीदवारों ने गांव के ऐसे मतदाताओं को बुलाया है, जो मुंबई, गुजरात सहित दूसरे प्रदेशों में रहकर मजदूरी या नौकरी करते हैं। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने प्रवासी मजदूरों को आने-जाने का खर्च देने के साथ गांव में तरह-तरह के रोजगार का प्रलोभन देकर उन्हें चुनाव में भाग लेने के लिए अधिकांश को गांव बुला लिया गया है और कुछ अभी भी आ रहे हैं।
विकासखंड का शायद ही कोई ऐसा गांव होगा जो इस महामारी के प्रकोप का शिकार नहीं हुआ होगा। संक्रमितों की लगातार मौत हो रही है, जिससे गांव में रह रहे लोगों में इस समय दहशत है। दूसरी तरफ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रचार-प्रसार में लगे प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। प्रवासी मजदूरों के आने से संक्रमण और बढ़ने का अंदेशा बढ़ गया है। यही कारण है कि गांव में रह रहे लोग इन प्रवासी मजदूरों के कारण काफी दहशत में हैं। गांव के लोगों ने इन प्रवासी मजदूरों को चिन्हित कर क्वारंटीन के साथ उनकी जांच कराने की मांग की है।