Today Breaking News

अस्पताल तैयार करें, मिशन मोड पर हो काम, कोरोना वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार ने जारी की गाइडलाइन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. देश में 1 मई से शुरू होने वाले तीसरे चरण के टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नई टीककारण रणनीति के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कुछ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। 

बैठक के बाद राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया गया है कि वो ज्यादा से ज्यादा टीका सेंटर बनाकर मिशन मोड पर लोगों का रजिस्ट्रेशन करें और वैक्सीन का डोज दें। सरकार ने कहा कि उन अस्पतालों पर नजर रखनी होगी कि जो कि टीके को खरीदे हैं कोविन ऐप पर स्टॉक और कीमतें घोषित की हैं।


निर्देश में कहा गया है कि टीकाकरण स्लॉट के साथ-साथ पात्र लोगों के लिए टीकाकरण शेड्यूल करना होगा। उन्हें टीकों की प्रत्यक्ष खरीद के संबंध में निर्णय को प्राथमिकता देनी होगी। केंद्र ने उन्हें 18-45 वर्ष आयु वर्ग के लिए केवल ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा के बारे में बताने के लिए कहा है। इसके साथ-साथ केंद्र ने और भी कई दिशा निर्देश दिए हैं।


कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण कराने का फैसला लिया है। फिलहाल 45 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने आनन-फानन में 18 साल से अधिक वालों के लिए भी टीकारण शुरू करने का फैसला लिया है। सरकार ने टीका तैयार करने वाली कंपनियों से कहा कि वो अपने 50 प्रतिशत खुराक की आपूर्ति खुले बाजार में करने के लिए स्वतंत्र होंगे। इसके लिए उनको 1 मई से पहले कीमती की घोषणा करनी होगी।


- कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़ को मैनेजमेंट करने के लिए कानून-व्यवस्था के अधिकारियों के साथ समन्वय करना होगा।


- कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर के कर्मचारियों को बकायदा ट्रेनिंग दिया जाएगा और उनके टीके के इफेक्ट के बारे में भी बताना होगा।


- अतिरिक्त कोविड-19 अस्पतालों की पहचान करने और जरूरत पड़े तो डीआरडीओ और सीएसआईआर या फिर किसी भी एजेंसी की मदद से हॉस्पिटल तैयार करें।


- अस्पताल के बेड पर नजर रखने के लिए रियल टाइम व्यवस्था अपनाएं ताकि आम जनता को मुश्किलों का सामना न करना पड़े।

'