Ghazipur: कोरोना से सप्ताह भर में 11 शिक्षकों की मौत, शिक्षक भयभीत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना की दूसरी लहर दिन पर दिन खतरनाक होती जा रही है। पिछले 10-12 दिनों में जिला बेसिक शिक्षा विभाग के 11 शिक्षक कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर दम तोड़ चुके हैं। इधर, प्रतिदिन लगातार शिक्षकों की मौत हो रही है। इससे सभी शिक्षक भयभीत हैं। कोरोना के इस कहर को देखते हुए सभी परिषदीय विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। शिक्षक घर से ही विभागीय काम निबटा रहे हैं।
कोरोना के दूसरी लहर को देखते हुए परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य 15 मई तक पहले ही बंद किया जा चुका है, लेकिन शिक्षक विद्यालय आ रहे थे और अन्य विभागीय काम निबटा रहे थे। नियमित स्कूल आने और कोरोना प्रोटोकाल काल का पालन न करने के चलते बहुत से शिक्षक संक्रमित होने लगे। हालत तब और खराब हो गई, जब एक-एक कर शिक्षकों की मौत होने लगी। इसमें से अधिकतर युवा शिक्षक शामिल हैं। यह देख विभाग ने स्कूल बंद करने में ही भलाई समझी।
24 घंटे आनकाल रहने का निर्देश :
स्कूलों को बंद तो कर दिया गया है, लेकिन प्रधानाध्यापक व शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त नहीं हैं। विभाग की ओर से जिन स्कूलों को मतदान केंद्र बनाया गया है, वहां के प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को 24 घंटे फोन पर उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है, ताकि संबंधित अधिकारी आवश्यकता पड़ने पर उनसे संपर्क कर सकें और स्कूल खोलवा सकें।
इन शिक्षकों की हुई मौत
1- प्रमोद कुमार गौतम, प्राथमिक विद्यालय सराय गोकुल, मनिहारी।
2- नीतू कुमारी, उच्च प्राथमिक विद्यालय निरहू का पूरा, भदौरा।
3- पूर्वशी श्रीवास्तव, कंपोजिट विद्यालय पदुमपुर, जखनियां।
4- शीला सिंह, प्राथमिक विद्यालय मंगारी, सादात।
5- मनोज भारद्वाज, प्राथमिक विद्यालय सरहुला, रेवतीपुर।
6- सुरेश राम, उच्च प्राथमिक विद्यालय नैसारा, देवकली।
7- संतोष यादव, प्राथमिक विद्यालय रामपुर, देवकली।
8- उषा सिंह, कंपोजिट विद्यालय कासिमाबाद।
9- पूर्णानंद राम, उच्च प्राथमिक विद्यालय गाईं, मरदह।
10- साबिक कलीम, प्राथमिक विद्यालय कुसहां, बाराचवर।
11- तेज बहादुर यादव, प्राथमिक विद्यालय गुरैनी, मनिहारी।
पिछले एक सप्ताह में हमारे विभाग के 11 शिक्षकों की कोरोना से मौत हो गई। यह स्थिति बहुत ही भयावह है। इसके चलते स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सभी शिक्षक घर से ही जरूरी काम निबटा रहे हैं। - श्रवण कुमार, बीएसए।