Ghazipur: सिंह लाइफ केयर अस्पताल में महिला मरीज से ICU में छेड़खानी, ग्रामीणों ने किया जाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. नगर कोतवाली के जमानियां मोड़ स्थित सिंह लाइफ केयर अस्पताल (Singh Life Care Hospital) के एक कर्मचारी द्वारा आइसीयू में भर्ती नगर क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला से अश्लील हरकत के मामले में आक्रोशित लोगों ने शनिवार की सुबह गाजीपुर-मऊ मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस ने किसी तरह समझा दो घंटे बाद जाम समाप्त कराया। पीड़िता की तहरीर पर अस्पताल के संचालक राजेश सिंह और एक अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।
सीने में दर्द की शिकायत लेकर महिला बीते 24 मार्च की रात स्वजनों संग अस्पताल पहुंची। उसे आइसीयू में भर्ती किया गया। पीड़िता का आरोप है कि 25 मार्च की रात एक कर्मी उसके साथ अश्लील हरकत करने लगा। 26 मार्च को अस्पताल से छुट्टी के बाद घर गई महिला ने पति को सारी बात बताई। पति ने कोतवाली पहुंचकर उसने तहरीर दी। रात में ही पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर फुटेज को खंगाला। सुबह एफआइआर दर्ज होने में देर पर गाजीपुर-मऊ मार्ग पर स्थित अंधऊ के पास ग्रामीणों ने जाम कर दिया। सूचना पर एएसपी सिटी गोपीनाथ सोनी, सीओ सिटी, कोतवाल विमल कुमार कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जाम समाप्त कराए। पुलिस अधिकारियों ने पीड़िता के स्वजनों के साथ अस्पताल के सीसीटीवी को देखा। उसे डिस्क में लेकर पुलिस चली आई।
सिंह लाइफ केयर अस्पताल (Singh Life Care Hospital) की चिकित्सक अनुपमा सिंह ने बताया कि महिला 24 मार्च को भर्ती हुई और 25 को डिस्चार्ज हो गई। इस दौरान उन्होंने कोई शिकायत नहीं की। डिस्चार्ज होने के पश्चात उनके पति द्वारा छेड़खानी की शिकायत की गई। पुलिस की मौजूदगी में सीसीटीवी फुटेज देखा गया। इसकी क्लीप पुलिस दे दी गई है। उन्होंने कहा कि जांच में अगर पीड़िता के साथ छेड़खानी की पुष्टि होती है तो आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
जाम लगाने वालों पर भी होगी कार्रवाई
अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिन लोगों ने जाम लगाया था, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है। ऐसे में अगर कोई भी इसका उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जाम लगाने वालों को चिन्हित कर सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पीड़िता के आरोप के आधार पर पुलिस द्वारा सीसीटीवी देखा गया है। इसमें कुछ स्पष्ट नहीं है। फिर भी तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।- डा. ओपी सिंह, पुलिस अधीक्षक।