बादलों की कैद में पूर्वांचल , पश्चिमी विक्षोभ का असर करा सकता है बारिश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल में मौसम का रुख अपेक्षाओं के अनुरूप पूरी तरह से बदल चुका है। सुबह आसमान साफ तो रहा लेकिन दोपहर होते होते आसमान में छाए बादलों की वजह से राहत हो गई और ठंडी हवाओं की जद में सारा वातावरण आ गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का तेज असर पहाड़ों से सीधा मैदानी इलाकों में तेजी से पहुंचा है। जिसकी वजह से पूर्वांचल का तापमान ही नहीं वातावरण भी पूरी तरह बदल गया है। दोपहर में ठंडी हवाओं के असर से वातावरण में बदलाव भी महसूस हुआ और कई दिनों से सामान्य से अधिक चल रहे तापमान से लोगों ने राहत की सांस भी ली।
तापमान ने हालांकि दोपहर में नई ऊंचाई छुई और न्यूनतम पारा बीस डिग्री तक जा पहुंचा। इस समय पारा सामान्य से पांच डिग्री तक अधिक होने की वजह से लोगों को गर्मी का भी बखूबी अहसास होने लगा है। वातावरण में लोकल हीटिंग के अलावा आर्द्रता का भी स्तर बढ़ गया है। दोपहर में अधिकतम आर्द्रता 77 फीसद और न्यूनतम 45 फीसद दर्ज की गई। आर्द्रता में इजाफा होने की वजह से बादलों की सक्रियता का दौर भी आ चुका है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों तक बादलों की सक्रियता बने रहने का अनुमान जाहिर किया है।
मौसम विभाग ने भी इस सप्ताह बादलोंं की सक्रियता का अंदेशा जताया था। ऐसे में बादलों की यह सक्रियता अपेक्षओं के अनुरूप ही है। सुबह हवाएं थमी थीं लेकिन दोपहर होते ही आसमान में बादलों की सक्रियता ने वातावरण को पूरी तरह अपनी कैद में ले लिया। पूर्वांचल के सोनभद्र और मीरजापुर जैसे पहाड़ी जिलों के कुछ इलाकों में बारिश हुई और तेज हवाएं भी सुबह से चलीं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पछुआ हवाओं का जोर होने से अगले चौबीस घंटों तक बादलों की सक्रियता का दौर रह सकता है। इसके बाद वातावरण में बदलाव का क्रम भी शुरू हो जाएगा।