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अन्य राज्यों से उप्र आने वालों को कोरोना टेस्ट जरूरी, रिपोर्ट मिलने तक नहीं निकल सकेंगे बाहर

 गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. देश में अधिक कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित राज्यों से होली पर उत्तर प्रदेश में अपने घर आने वालों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा। ऐसे हर व्यक्ति को कोरोना की जांच करानी होगी। साथ ही उसकी रिपोर्ट आने तक घर में ही रहना होगा। निगरानी समितियां इस पर पूरी नजर रखेंगी। इसके संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने सभी जिलों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

होली, अन्य पर्व और पंचायत चुनाव पर कोरोना वायरस संक्रमण से सावधानी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक कर जरूरी निर्देश दिए थे। उन्हीं बिंदुओं को शामिल करते हुए मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मंगलवार को सभी जिलों के लिए निर्देश जारी कर दिए। इसमें कहा गया है कि आगामी पर्व, त्योहारों के दौरान अत्यधिक सतर्कता बरती जाएगी।


जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी प्रकार के जुलूस आदि प्रशासन से अनुमति के बाद ही आयोजित किए जाएंगे। अनुमति के बाद हर आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी जरूरी होगा। सार्वजनिक कार्यक्रमों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति शामिल नहीं हो सकेंगे।


पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों की जांच : निर्देशों में कहा गया है कि जिन प्रदेशों में कोविड का संक्रमण अत्यधिक है, वहां से होली के त्योहार के लिए घर आ रहे लोगों की कोविड जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए। ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर तैनात किए जा रहे नोडल अधिकारी निगरानी समिति के माध्यम से यह सुनिश्चित करेंगे कि बाहर से आने वाले लोग अपनी-अपनी जांच करवाएं। जांच का परिणाम आने तक अपने घर में ही रहें। जो भी व्यक्ति पॉजिटिव आए, उसके संपर्क में आने वाले औसतन 25-30 लोगों को 48 घंटे के अंदर चिन्हित जांच करानी होगी।


कोविड हेल्प डेस्क फिर से सक्रिय : जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि डेडीकेटड अस्पताल चलते रहें और भविष्य के लिए अन्य अस्पतालों को भी नोटिस देकर तैयार रखा जाए। आवश्यक मानव संसाधन और उपकरणों की व्यवस्था कर ली जाए। कोविड हेल्प डेस्क को फिर से सक्रिय किया जाए। इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स आक्सीमीटर का उपयोग कर लक्षणयुक्त लोगों की पहचान करें। रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों और बस स्टेशनों पर यात्रियों की सघन कोविड जांच करानी होगी।


जेल से बाहर गए बंदी की वापसी पर जांच : कोरोना से बचाव को लेकर पुलिस को भी निर्देशित किया गया है। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में प्रतिदिन जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगे। वहीं, जब भी कोई बंदी जेल से बाहर जाए तो कारागार प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि शारीरिक दूरी के नियम का अनुपालन हो। जब बंदी वापस आए तो उसकी कोविड जांच करा ली जाए।

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