Panchayat Election 2021 - पूर्वांचल के जिलों में पंचायत चुनाव में जोर आजमाइश करेंगे बाहुबली, जेल में बंद गैंगस्टर भी अपनों की कर रहे पैरवी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण की स्थिति साफ हो चुकी है। नए आरक्षण से जहां कइयों का अपनों को माननीय बनाने का सपना चकनाचूर हो चुकी है तो कुछ बाहुबलियों की बाछें खिल उठी हैं। कारण कि सीटों का आरक्षण बिल्कुल वैसा ही हुआ है जैसा वे चाहते हैं। पूर्वांचल के सभी जिलों में जिला पंचायत पर बाहुबलियों का कब्जा रहा है। सेंट्रल जेल में निरुद्ध एमएलसी बृजेश सिंह व उनके परिवार का वाराणसी जिला पंचायत में दबदबा है तो गाजीपुर व मऊ में पंजाब की जेल में निरुद्ध विधायक मुख्तार अंसारी का। आजमगढ़ में बाहुबली रमाकांत यादव व माफिया ध्रुव कुमार सिंह कुंटू का वर्चस्व एक बार फिर देखने को मिल सकता है। जौनपुर में पूर्व सांसद धनंजय सिंह अपना दबदबा कायम करने के लिए एड़ी चोटी एक किए हैं। हालांकि इस समय धनंजय नैनी जेल में निरुद्ध है।
उधर, भदोही जिला पंचायत चुनाव में एमएलसी बृजेश सिंह ने अपनी दस्तक दे दी है। उनके बेटे सिद्धार्थ सिंह ने बीजेपी से चुनाव लडऩे के लिए टिकट की मांग करते हुए पार्टी कार्यालय में आवेदन कर दिया है। माना जा रहा है कि बृजेश सिंह की निगाह जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर है। टिकट को लेकर आवेदन पर जिले की सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। गौरतलब है कि भदोही जिला पंचायत पर अधिकतर बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का कब्जा रहा है। फिलहाल विधायक आगरा जेल में निरुद्ध हैं और यहां की सीट सामान्य होने और आस-पास के जिलों की सीट सुरक्षित होने के कारण दूसरे जिलों के बाहुबलियों की निगाह इस सीट पर लगी हुई है। भदोही से बीजेपी विधायक रविन्द्र नाथ त्रिपाठी की भी जिला पंचायत चुनाव में काफी रुचि है। उनके भाई अनिरुद्ध तिवारी और बहू दिव्या तिवारी अलग-अलग सीटों से बीजेपी से चुनाव लडऩा चाहते हैं और इसके लिए पार्टी कार्यालय में आवेदन भी कर दिया है।
जेल में बंद कई गैंगस्टर पंचायत चुनाव में अपने या अपनों के लिए जोर आजमाइश की रणनीति बना रहे हैं। सुजीत सिंह बेलवा, सिज्जन यादव सहित कई गैंगस्टर अपने परिवार के लोगों को पंचायत चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं। इनका जिला पंचायत में दबदबा है।