Ghazipur: मुुख्तार अंसारी पर 3 राज्यों के 10 जनपदों के 21 थानों में 46 मुकदमेे दर्ज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी ने सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ, दिल्ली व पंजाब तक में अपने जरायम की छाप छोड़ी है। लगभग पूरे देश में अपने मजबूत नेटवर्क के लिए कुख्यात मुख्तार अंसारी पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, रंगदारी के लिए धमकी, दंगा भड़काने, धोखाधड़ी करने, सरकारी व निजी संपत्तियों पर कब्जा करने, अवैध वसूली, असलहों, मछली आदि विविध वस्तुओं की तस्करी, गैंगस्टर, क्रिमिनल ला अमेंडमेंट एक्ट, मकोका, एनएसए, आदि गंभीर आरोपों में मुकदमे कायम किए गए हैं। तीन राज्यों के 10 जनपदों के 21 थानों में दर्ज कुल 46 मुकदमेे इस माफिया की कारगुजारी की पोल खोलते हैं।
अपने छात्र जीवन से ही जरायम की दुनिया में अपना दबदबा कायम करने वाले मुख्तार अधिकतर मामलों में गवाहों के मुकर जाने के कारण व साक्ष्य के अभाव में बरी भी हो चुके हैं। बहरहाल गाजीपुर में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या, मऊ में ए श्रेणी ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह दोहरा हत्याकांड, मन्ना हत्याकांड के गवाह रामचंद्र मौर्य और उनके अंगरक्षक सिपाही सतीश के दोहरे हत्याकांड मामलों में अभी उनके विरुद्ध सुनवाई जारी है। राजनीतिक पाला बदलने में माहिर मुख्तार अंसारी यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनते ही जमानत तोड़वा कर एक उद्योगपति को धमकी देने के मामले में पंजाब के मोहाली जेल में बंद है। उसे यूपी वापस लाने के लिए राज्य की गाजीपुर, मऊ व लखनऊ की पुलिस कई बार वारंट बी लेकर पंजाब गई किंतु वहां के जेल प्रशासन ने मुख्तार को वापस भेजने से इन्कार कर दिया। इसे लेकर पंजाब सरकार व यूपी सरकार के बीच तथा भाजपा व कांग्रेस पार्टियों के बीच राजनीतिक जिच कायम है। मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इसे लेकर बुधवार को पंजाब विधानसभा में सरकार पर माफिया को संरक्षण देने का अरोप लगाने पर हंगामा भी हुआ।