Ghazipur: किशोरावस्था में देखने को मिलता है सबसे ज्यादा परिवर्तन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गृहविज्ञान परिषद की ओर से बुधवार की शाम राजकीय महिला महाविद्यालय के सावित्री बाई फुले सभागार में 'मानव विकास के विभिन्न आयाम' विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इससें 46 शोध पत्र पढ़े गए। छात्राओं ने इसमें खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मानव विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपनी बात रखी। चर्चा में मुख्य तौर पर किशोरावस्था पर अधिक जोर दिया गया। इस अवस्था को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया। इसी अवस्था में व्यक्ति के अंदर सबसे ज्यादा हार्मोन का स्राव होता है। इससे महिला व पुरुषों में सबसे ज्यादा परिवर्तन देखने को मिलता है।
इस सेमिनार में बेस्ट पेपर प्रजेंटेशन का अवार्ड भी दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान राधना यादव, द्वितीय स्थान पर रीना कुमारी तथा तृतीय स्थान पर दिव्या राय रही। सेमिनार का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सविता भारद्वाज ने महाविद्यालय में अकादमिक विकास में इस सेमिनार को मील का पत्थर बताया। कहा कि आने वाले दिनों में महाविद्यालय राष्ट्रीय ख्याति लब्ध होगा। सेमिनार में डॉ. अनिता कुमारी, डॉ. शिव कुमार, डॉ. शशिकला जायसवाल, डॉ. संगीत मौर्य ने निर्णायक की भूमिका में रही। डॉ. शिव कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर मनोविज्ञान ने अपने उद्बोधन में मानव विकास के विभिन्न अवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन गृहविज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ. शम्भू शरण प्रसाद ने किया। उन्होंने अभिव्यक्ति शैली पर बल देते हुए कहा कि अगर आप सबकुछ जानते हुए भी अपने आप को व्यक्त नहीं कर पाते हैं, तो आपका ज्ञान किसी काम का नहीं है। कार्यक्रम में डॉ. संतन राम, डॉ. निरंजन यादव, डॉ. सारिका सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया। डॉ. शम्भू शरण प्रसाद ने सभी के प्रति आभार जताया।