विदेश भेजने के नाम पर छह युवकों के साथ धोखाधड़ी, बनारस एयरपोर्ट पहुंचने पर खुली पोल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. देश-विदेश में नौकरी के नाम पर मंगलवार को छह युवकों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। पिंडरा और जौनपुर से छह युवक विदेश जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। सभी युवकों को वाराणसी से शारजाह जाने वाले विमान एआईएस 1183 से शारजाह जाना था और सभी के पास टिकट, वीजा और पासपोर्ट भी था। वे अपनी आईडी और टिकट दिखाकर टर्मिनल भवन में प्रवेश भी कर गए।
टर्मिनल भवन में जाने के बाद जब वे चेक इन करने लगे तो उनके पीएनआर पर किसी दूसरे युवक का टिकट बुक था। सभी युवकों के टिकट को फर्जी तरीके से संपादित कर केवल नाम व अन्य जानकारियां बदल दी गई थी। चेक इन न हो पाने से परेशान युवक जब अधिकारियों से संपर्क किए तो जांच के बाद पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। मामला सामने आने के बाद एयरलाइंस के अधिकारी भी सन्न रह गए। वहीं फर्जी टिकट लेकर अंदर जाने के वापस निकलते समय सीआईएसएफ के जवानों ने उनको रोक दिया। इस दौरान सभी युवक करीब साढे तीन घंटे तक एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में बैठे रहे। युवकों से लंबी पूछताछ हुई उसके बाद जब इस बात की पुष्टि हो गयी कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तब जाकर उनको टर्नल भवन से बाहर निकलने की इजाजत दी गई। बाहर निकलने पर पूछताछ के दौरान नाम न छापने की शर्त पर एक युवक ने बताया कि एक-एक युवक से करीब 50 हजार लिया गया था।
निर्दोष थे फिर भी चले जाते जेल
कूट रचित टिकट दिखाकर युवक टर्मिनल भवन में तो प्रवेश कर गए लेकिन धोखाधड़ी पकड़े जाने के बाद उनको बाहर भी निकलने नहीं दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे यात्रियों को एयरलाइंस व अन्य अधिकारियों की अनुमति के बगैर बाहर नहीं निकलने दिया जाता। एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को रोकने का कारण भी बताना पड़ता है। हालांकि जांच में जब यह स्पष्ट हो गया कि वे वाकई धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं तो उनको बाहर निकलने की इजाजत दी गई यदि धोखाधड़ी की पुष्टि नहीं हुई होती तो उनको जेल भी जाना पड़ सकता था।