बीएचयू के हॉस्टल्स में कोरोना संक्रमण ने पसारे पांव, परिसर में भी संक्रमण का बढ़ा खतरा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बीएचयू परिसर में पढ़ाई लिखाई शुरू होने और छात्रावासों के खुलने के बाद अब कोरोना वायरस देश के साथ ही सर्व विद्या की राजधानी बीएचयू में भी अपने पांव तेजी से पसार रहा है। बीएचयू के छात्रावासों में कोरोना का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। सोमवार को जारी आरटीपीसीआर रिपोर्ट के अनुसार भाभा छात्रावास में दो, त्रिवेणी गर्ल्स हॉस्टल और सीपीआर अय्यर हॉस्टल में भी एक मामला कोरोना संक्रमण का मामला पाया गया है। यह पहली बार है कि बीएचयू के छात्रावासों तक में कोरोना अपनी घुसपैठ बना चुका है।
अभी तक विज्ञान संस्थान के ही छात्र संक्रमण की चपेट में हैं। इसके चलते वनस्पति विज्ञान विभाग का लैब पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इसके अलावा जियोलॉजी विभाग के एक प्रोफेसर भी पिछले दिनों संक्रमित हुए हैं, जिसके बाद उनकी भी प्रयोगशाला बंद कर दी गई है। वहीं छात्रावास में कितने छात्र एक-दूसरे से संक्रमण की चपेट में आए हैं उसका आकलन विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा है। एक बात तो तय है कि विवि प्रशासन द्वारा कोरोना गाइडलाइन के पालन की जो शर्तें रखी गईं थी उसका पालन ढंग से नहीं हो रहा है।
हालांकि, विवि प्रशासन छात्रों से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट पहले ही ले चुका है, कि संक्रमण का जिम्मेदार विवि नहीं होगा। वहीं बीएचयू प्रशासन का कहना है कि छात्रावास में संक्रमित हुए छात्रों को क्वारंटीन किया जाएगा। वहीं इनके संपर्क में जितने भी लोग आएंगे उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है। हर संभव आइसोलेशन और इलाज की व्यवस्था की जाएगी, जिससे संक्रमण की चपेट में बाकी के छात्र न आए। उधर, छात्रों और परिवार वालों को चिंता सता रही है कि होली के बाद संक्रमण काफी तेज हो सकता है उसके बाद इस विषम परिस्थिति से किस तरह से निपटा जाएगा। वहीं होली को लेकर छात्र अधिष्ठाता कार्यालय से एक सूचना जारी कर कहा गया है कि महामारी की बढ़ती विभीषिका से बचने के लिए सभी अपने-अपने छात्रावासों में ही होली त्योहार मनाए।