अखिलेश यादव ने कहा - भाजपा सरकार के चार साल अंधेर नगरी चौपट राज जैसे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के चार साल अंधेर नगरी चौपट राज जैसे रहे हैं। सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और जनता का हर वर्ग बुरी तरह त्रस्त है। थानों, तहसीलों में बिना रिश्वत दिए काम न होने की शिकायतें तो पिछले दिनों भाजपा कार्यसमिति की बैठक में ही सुनाई दी हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि किसान आंदोलित हैं, नौजवान बेरोजगारी का दर्द झेल रहे हैं। अपराधी बेखौफ हैं। अवैध खनन, जहरीली शराब पर कोई रोक नहीं है और महंगाई व भ्रष्टाचार भी चरम पर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की चार साल की उपलब्धियों में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में 11 उत्तर प्रदेश के हैं। लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर हैं। भाजपा राज में शराब के अवैध धंधे को खूब विस्तार मिला है। शिक्षा, स्वास्थ्य व ऊर्जा के क्षेत्र में भाजपा सरकार की चार साल में एक भी उपलब्धि नहीं रही।
दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 10 शहर उप्र के आएं हैं व राजधानी लखनऊ दुनिया में 9वें नंबर पर.
अगर सपा सरकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट मेट्रो, साइकिल ट्रैक, गोमती रिवर फ़्रंट, पार्क व सफ़ारी जैसे पर्यावरणीय काम न रोके होते तो आज की भाजपा सरकार को ये दिन नहीं देखना पड़ता.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के काम को अपना बताने में भाजपा को कभी संकोच नहीं हुआ। कानून व्यवस्था के हालात तो प्रदेश में दयनीय हैं। महिलाओं के प्रति हिंसा में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर हैं। भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि जनता जान गई है कि भाजपा के पास जनहित की न कोई योजना है और न ही जनता के प्रति कोई संवेदना है। जनता भाजपा से बदला लेने के लिए वर्ष 2022 के चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक्सप्रेस-वे और ऊर्जा के क्षेत्र में भाजपा सरकार की चार साल में एक भी उपलब्धि नहीं रही सिवा उद्घाटन का उद्घाटन और शिलान्यास का शिलान्यास करने अथवा एमओयू का एमओयू करने के। समाजवादी पार्टी के काम को अपना बताने में भाजपा को कभी संकोच नहीं हुआ। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बना और समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की जमीन खरीद एवं निर्माण कार्य की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई थी। वह अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ।