ट्रेन लेट होने से छूट रही थी परीक्षा, एक छात्रा के लिए रेलवे ने बढ़ा दी ट्रेन की रफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. ट्रेन लेट होने से आम जनता को अब तक नुकसान की खबरें तो आपने सुनी होगी। मगर ट्रेन समय से एक यात्री को सिर्फ इसलिए पहुंचा दे कि उसकी परीक्षा छूट रही है, यह अनोखा मामला मऊ जिले में सामने आया है। बुधवार की सुबह मऊ से वाराणसी आ रही एक छात्रा की ट्रेन लेट होते देखकर ट्विटर पर ट्रेन की देरी होने से परीक्षा छूटने का संदेश मिलने के बाद रेलवे ने एक छात्रा को समय से पहुंचाने की विशेष व्यवस्था की नजीर पेश की है। सूचना मिलने के बाद आनन फानन वैकल्पिक व्यवस्था कर छात्रा को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने में रेलवे ने मदद की।
मऊ जिले की नाजिया तबस्सुम का डीएलएड बैक पेपर का परीक्षा केंद्र वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज में था। परीक्षा दोपहर में थी लेकिन रिजर्वेशन जिस ट्रेन में था वह ट्रेन लगभग ढाई घंटे लेट थी। जिसकी वजह से परीक्षा छूटने का खतरा था। ऐसे में नाजिया के भाई अनवर जमाल ने रेलवे को ट्वीट कर ट्रेन के लेट होने से परीक्षा छूटने की सुबह जानकारी दी तो रेलवे ने उनका मोबाइल नंबर मांगा और उनके जल्द पहुंचने की व्यवस्था की। छपरा वाराणसी सिटी एक्सप्रेस (05111) में डी 4 कोच में सीट क्रमांक 41, 42, 43 पर सभी की मऊ से वाराणसी सिटी तक के लिए बुकिंग थी। जिसे मऊ में सुबह 6:25 बजे पहुंचना था लेकिन वह दो घंटे 53 मिनट की देरी से 9:18 बजे मऊ पहुंची। ऐसे में ट्रेन लेट होने से नाजिया की परीक्षा छूटने का खतरा सामने देख इंडियन रेलवे सेवा को ट्वीट कर अपनी समस्या से अवगत कराया। मामले को तुरंत ही संज्ञान लेते हुए रेलवे ने अनवर को अपना मोबाइल नंबर देने को कहा और उनकी समस्या का निस्तारण किया। परीक्षा केंद्र समय से पहुंचने पर अनवर ने भारतीय रेलवे का आभार भी जताया।
रेलवे ने की यह व्यवस्था
अनवर का ट्रेन की देरी से परीक्षा छूट जाने का संदेश मिलने के बाद पहले भारतीय रेलवे सेवा ने उनसे संपर्क कर परीक्षा के बारे में जानकारी हासिल की और उनको समय से पहुंचाने का भरोसा दिलाया। जो ट्रेन मऊ तक लगभग तीन घंटे लेट थी वह वाराणसी सिटी तक आते आते मात्र दो ही घंटे की देरी के साथ 11 बजे तक पहुंच गई। इस लिहाज से अनवर और नाजिया के पास परीक्षा केंद्र पहुंचने का पूरा मौका था और सभी समय से परीक्षा केंद्र भी पहुंच गए। परीक्षा केंद्र वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज पहुंचने पर अनवर ने रेलवे की सहायता का आभार भी जताया। इस लिहाज से ट्रेन ने अनुमानों के विपरीत लगभग घंंटे भर कम समय में सभी को वाराणसी पहुंचा दिया जो लगभग दो घंटे विलंब ही रहा।
बोले रेलवे अधिकारी
नियमानुसार परीक्षार्थी की मदद की गई, बलिया- फेफना रेलखंड पर प्रस्तावित स्पीड ट्रायल के चलते ब्लॉक लिया गया था। मॉनीटरिंग करते हुए ट्रेन की पंक्चुअलिटी को मेकप किया गया। - अशोक कुमार, जनसम्पर्क अधिकारी, एनईआर।